उत्तराखंड चमोलीRoad to reach Dumuk Village of Chamoli

Uttarakhand News: रंग लाया 200 दिनों का आन्दोलन, चमोली के डुमक गांव पहुंचेगी सड़क.. 8.87 करोड़ जारी

डुमक गांव के ग्रामीणों ने सड़क की मांग के लिए क्षेत्र विकास संघर्ष एवं संयुक्त संघर्ष समिति दशोली ज्योर्तिमठ के नेतृत्व में लगभग 200 दिनों तक आंदोलन किया. ग्रामीणों द्वारा जिला मुख्यालय पर आमरण-अनशन भी किया गया।

Road to reach Dumuk Village: Road to reach Dumuk Village of Chamoli
Image: Road to reach Dumuk Village of Chamoli (Source: Social Media)

चमोली: राज्य के सीमांत विकासखंड ज्योतिरमठ के सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना कई वर्षों से निर्माणाधीन है, लेकिन 29 किलोमीटर की सड़क अभी तक नहीं बन पाई है। लेकिन लगभग 200 दिन आंदोलन करने के बाद अब इस सड़क के लिए 8.87 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है।

Road to reach Dumuk Village of Chamoli

डुमक गांव के ग्रामीणों ने क्षेत्र विकास संघर्ष एवं संयुक्त संघर्ष समिति दशोली ज्योर्तिमठ के नेतृत्व में लगभग 200 दिनों तक आंदोलन किया, जिसमें जिला मुख्यालय पर आमरण-अनशन भी किया गया। इतने सालों से इस सड़क का केवल 9 किलोमीटर हिस्सा ही बनाया गया है, जबकि सरकार ने आधे-अधूरे कार्य के लिए स्वीकृति दी है। सड़क के निर्माण का उद्देश्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। अब इस सड़क का निर्माण टुकड़ों में किया जाएगा. जिसमें सबसे पहले डुमक से कलगोठ के लिए सड़क निर्माण होगी. इस सड़क योजना के लिए मुख्य सचिव उत्तराखंड की अध्यक्षता वाली समिति ने 8.87 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

पंच केदार जुड़ सकेंगे सड़क के माध्यम से

अब ग्रामीण एक ओर सड़क से जुड़ जाएंगे, लेकिन जो दो ब्लाकों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क है, वह आज भी अधूरी है। सरकार ने उच्च स्तर पर भूगर्भीय जांच के नाम पर सड़क को आधा अधूरी स्वीकृति दी है। क्षेत्र की जनता को फिर से आंदोलन करना पड़ेगा, क्योंकि इस महत्वपूर्ण सड़क के जुड़ने से पंच केदार आपस में सड़क के माध्यम से जुड़ सकेंगे और रुद्रनाथ जाने वाले यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा।

डुमक से कलगोठ तक सड़क निर्माण

जिलाधिकारी चमोली ने सक्रियता दिखाते हुए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों को डुमक से कलगोठ तक सड़क निर्माण के लिए निर्देशित किया। इस परियोजना की डीपीआर सरकार को भेजी गई है और इसकी वित्तीय स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। इस स्वीकृति पर ग्राम संयुक्त संघर्ष समिति के सदस्यों, जैसे राजेंद्र सिंह भंडारी, अंकेश भंडारी, प्रेम सिंह और सोवन सिंह ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हम सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हैं और क्षेत्रीय जनता, पक्ष और विपक्ष के सभी लोगों का सहयोग भी सराहते हैं।