उत्तराखंड रुद्रप्रयागRudraprayag Preeti negi reached Kedarnath by cycle

रुद्रप्रयाग की प्रीती नेगी का हौसला देखिए, हरिद्वार से साइकिल चलाकर पहुंची केदारनाथ धाम

शाबाश: रुद्रप्रयाग की प्रीती ने साइकिल से तय की केदारनाथ यात्रा, हरिद्वार से 4 दिन में पहुंचीं-

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Image: Rudraprayag Preeti negi reached Kedarnath by cycle (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग की बेटी प्रीति नेगी ने अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। उन्होंने महज चार दिन में साइकिल से हरिद्वार से केदारनाथ पहुंचकर नया कीर्तिमान बनाया है।

Rudraprayag Preeti negi reached Kedarnath by cycle

रिस्पेक्ट टू गाड इवेंट के जरिये प्रीति ने 18 अक्टूबर को हरिद्वार से यात्रा शुरू की। 272 किलोमीटर की उनकी यात्रा 21 अक्टूबर को केदारनाथ धाम पहुंची।जनपद रुद्रप्रयाग की तेवड़ी सेम, चंद्रनगर निवासी प्रीति नेगी का जीवन संघर्ष में बीता। 2002 में परिवार पर दुख के बादल छा गए। उनके पिता गढवाल राइफल द्वितीय में हवलदार शहीद स्व. राजपाल सिंह वर्ष 2002 में जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए बलिदान हो गए थे। तब प्रीति की माता भागीरथी देवी ने बच्चों की परवरिश की। प्रीति ने बताया कि पिता के बलिदान होने की घटना ने परिवार को अंदर तो झकझोर दिया था, लेकिन उन्होंने और उनकी मां ने कभी भी खुद को कमजोर नहीं होने दिया। मां भागीरथी देवी अपनी बेटी का लगातार हौसला बढ़ाती रही। प्रीति कुछ बेहतर कर नाम रोशन करना चाहती थी। बचपन से ही उनका रुझान खेलकूद के साथ, बाइकिंग, माउंटेन और साइकिलिंग में आने लगा और वे इन क्षेत्रों में अपने आप को और अपनी स्किल्स को निखारने लगीं।

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अगस्त्यमुनि से शिक्षा प्राप्ति के दौरान 2015 में स्टेट बाक्सिंग खेल चुकी प्रीति ने वर्ष 2016 में पर्वतारोहण में बेसिक कोर्स किया, जिसके बाद से वह कई चोटियों का आरोहण कर चुकी हैं। उन्होंने 2017 में यूथ फाउंडेशन में बतौर प्रशिक्षक लड़कियों को प्रशिक्षित भी किया है। वर्ष 2019 में एक स्की कोर्स किया, जिसमें दूसरा स्थान मिला और ए ग्रेड हासिल किया।रिस्पेक्ट टू गाड इवेंट में उन्होंने हरिद्वार से केदारनाथ का सफर साइकिल से तय करने का निर्णय लिया। इसके जरिये पहाड़ की होनहार और जोशीली बेटी प्रीति ने 18 अक्टूबर को हरिद्वार से 272 किलोमीटर की यह यात्रा शुरू की और 21 अक्टूबर को केदारनाथ धाम पहुंचीं। हम आशा करते हैं कि उत्तराखंड क काबिल बेटी भविष्य में भी यूं ही नए कीर्तिमान रच कर देवभूमि का नाम गौरवांवित करती रहेंगी।