देहरादून: कोरोना काल में थमी अंतरराज्यीय परिवहन सेवाएं एक बार फिर रफ्तार पकड़ने वाली हैं। राज्य सरकार ने अंतरराज्यीय परिवहन को मंजूरी दे दी है। सोमवार से अलग-अलग राज्यों के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू होने की उम्मीद है। अंतरराज्यीय परिवहन सेवाएं शुरू होने के साथ ही यात्रियों का छह महीने का इंतजार खत्म हो जाएगा। इस वक्त रोडवेज सिर्फ राज्य के भीतर परिवहन सेवाएं दे रहा है। उम्मीद हैं कल से अलग-अलग राज्यों के लिए बस सेवा शुरू हो जाएगी। राज्य सरकार की तरफ से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद परिवहन विभाग कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार एसओपी तैयार कर रहा है। सोमवार तक एसओपी और आदेश जारी हो सकते हैं। प्रदेश सरकार का पॉजिटिव रुख देख रोडवेज ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। रोडवेज यूपी, राजस्थान, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग रूटों के लिए प्लान तैयार रहा है। इसके अलावा उत्तराखंड-यूपी-दिल्ली रूट के लिए भी बस सेवा शुरू करने की तैयारी है। हालांकि योजना के पहले चरण में सिर्फ 5 राज्यों के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू की जाएगी। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं। शुरुआत में इन पांचों राज्यों के लिए 100-100 बसें चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। आगे पढ़िए
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रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि रोडवेज के स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। सरकार से विधिवत आदेश और एसओपी जारी होते ही बस सेवाओं को शुरू कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद अंतरराज्यीय परिवहन सेवाएं बंद कर दी गई थीं। अनलॉक की शुरुआत होने पर राज्य सरकार ने रोडवेज की बसों को आवाजाही की परमिशन तो दी, लेकिन ये अनुमति सिर्फ राज्य के भीतर सेवाएं देने के लिए थी। कई महीनों तक बस सेवा बंद रहने और बाद में सिर्फ राज्य में सेवाएं देने से रोडवेज को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा था। केंद्र सरकार पहले ही अंतरराज्यीय परिवहन की अनुमति दे चुकी है और अब राज्य सरकार ने भी प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। उत्तराखंड की तरफ से पांच राज्यों में 100-100 बसें भेजी जाएंगी। इन राज्यों से भी इतनी ही संख्या में बसें उत्तराखंड आ सकती हैं। सोमवार से अंतरराज्यीय परिवहन सेवा शुरू होने की उम्मीद है।