हरिद्वार: 'दूर उस आकाश की गहराईयों में, एक नदी से बह रहे हैं आदि योगी...प्रसिद्ध सूफी गायक कैलाश खेर ने जैसे ही इस गीत को आवाज दी, श्रोता आध्यात्म और संगीत के जादू में खो से गए। मौका था ग्लोबल हिंदू सॉलिडेरिटी वॉकथॉन का, जिसके तहत ऋषिकेश में भजन संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध सूफी गायक कैलाश खेर ने भजनों की प्रस्तुति दी। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान शिव के आह्वान के साथ किया। त्रिवेणी घाट के किनारे हुए कार्यक्रम में कैलाश खेर ने एक के बाद एक कई भजनों की संगीतमय प्रस्तुति दी। कार्यक्रम जैसे-जैसे आगे बढ़ता रहा श्रोता शिव, आध्यात्म और गंगा की भक्ति में डूबते रहे। कैलाशा बैंड के साथियों ने कार्यक्रम में शानदार जुगलबंदी कर समा बांध दिया।
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सुप्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने कहा कि में इसी धरती में जन्मा और यहीं पला बढ़ा हूं। मेरा सब कुछ मां गंगा की देन है। आज अगर विश्व में मेरी पहचान बनी है तो वो सब इस धरती का आशीर्वाद है। हमें मानवता को बचाये रखने के प्रयास करने होंगे। ऋषिकेश में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम का उद्देश्य भी यही है। इससे पहले त्रिवेणी घाट पर हुए कार्यक्रम का शुभारंभ जगदगुरु शंकराचार्य ज्योतिर्मठ अवान्तर भानपुरा पीठ मंदसौर उज्जैन के स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने किया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी देहरादून सी रविशंकर और एसएसपी देहरादून अरुण मोहन जोशी भी मौजूद थे।