देहरादून: एक बड़ी खबर इस वक्त उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से आ रही है, जहां सीमांत जिले पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोमवार को रात 8 बजकर 4 मिनट पर पिथौरागढ़ की धरती डोल गई। पूरे जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। धरती कांपने लगी तो घबराए लोग घरों से बाहर निकल आए। कई लोगों ने पूरी रात घर से बाहर रहकर काटी। लोग अब भी डरे हुए हैं। जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने भी क्षेत्र में भूकंप आने की बात स्वीकार की है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.3 मैग्नीट्यूट थी। भूकंप की गहराई दस किलोमीटर और केंद्र नेपाल में बताया जा रहा है। भूकंप का केंद्र नेपाल का रौतसेला क्षेत्र था, जो कि भारत की सीमा से सटा हुआ है। तल्ला जोहार में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
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डरे-सहमे लोग भूकंप के झटके महसूस होते ही घरों से बाहर निकल आए। हालांकि राहत वाली बात ये है कि भूकंप से जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है, और गांव वालों से बात कर रही है। आपको बता दें कि उत्तराखंड भूकंप की दृष्टी से बेहद संवेदनशील है। बीते 12 सितंबर को चमोली में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यहां लोग अब भी डरे हुए हैं, हालांकि भूकंप की वजह से जिले में कोई नुकसान नहीं हुआ था। पर क्योंकि ये क्षेत्र आपदा और भूस्खलन से प्रभावित है, ऐसे में लोगों का डरना स्वाभाविक है। चमोली में 12 सितंबर की रात 2 बजकर 22 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता 3.6 थी। उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और चमोली में भूकंप के झटके अक्सर आते रहते हैं। भूकंप की दृष्टि से ये क्षेत्र बेहद संवेदनशील हैं।