देहरादून: आए दिन होती सरकारी कर्मचारियों की हड़तालों और आम लोगों की बढ़ती मुसीबतें। उत्तराखंड के लिए मानो ये परेशानी का सबब बन गया है। ऐसे में हमने यानी राज्य समीक्षा की टीम ने उत्तराखंड के लोगों का मूड भांपने की कोशिश की। हमारी टीम ने अपने फेसबुक पेज पर एक ऑनलाइन पोल करवाया, जिसमें हमने ये सवाल पूछा था कि ‘क्या उत्तराखंड में सरकारी कर्मचारियों का बार बार हड़ताल करना सही है? क्या उत्तराखंड को हड़ताली प्रदेश बनाना सही है ?’ 31 जनवरी से 1 फरवरी के बीच कराए गए इस पोल में कुल 456 लोगों ने अपनी राय रखी। इसमें 77 फीसदी लोगों ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। जबकि 23 फीसदी लोगों ने इसके पक्ष में वोट किया। कुल मिलाकर 456 लोगों में से 350 लोगों ने कहा कि उत्तराखंड में बार बार सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल ठीक नहीं है, वहीं 106 लोगों ने इसके पक्ष में राय रखी।
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यानी 77 फीसदी लोग चाहते हैं कि उत्तराखंड में बार बार होने वाली हड़ताल पर रोक लगाई जाए। आपको बता दें कि इस मामले को लेकर सरकार भी काफी सख्त हो गई। ‘नो वर्क नो पे’ के सख्त फॉर्मूले पर काम हो रहा है। जो भी कर्मचारी काम छोड़कर हड़ताल का हिस्सा बन रहा है, उसके उस दिन की सैलरी रोकी जाएगी।

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इसे लेकर राज्य समीक्षा ने एक ऑनलाइन पोल किया तो उसमें चौंकाने वाले रिजल्ट सामने आए हैं, जिन्हें हम आपके सामने रख रहे हैं। 77 फीसदी लोग चाहते हैं कि इस तरह की हड़ताल पर लगाम लगे।
क्या उत्तराखंड में सरकारी कर्मचारियों का बार बार हड़ताल करना सही है? क्या उत्तराखंड को हड़ताली प्रदेश बनाना सही है ?
Posted by राज्य समीक्षा on Thursday, January 31, 2019