देहरादून: आप अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का गोल्डन कार्ड बनवाना चाहते हैं ? फिक्र मत कीजिए...हम आपको बता रहे हैं कि आखिर किस तरह से आप ये कार्ड बना सकते हैं।
आपको अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर जाना होगा। या फिर आप अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाइए। इसके लिए आपका नाम पात्रता लिस्ट में होना जरूरी है।
अगर आप कॉमन सर्विस सेंटर जाते हैं, तो कार्ड बनाने के लिए 30 रुपये फीस देनी होगी। कार्ड ना होने पर फिलहाल इलाज के लिए सीधे अस्पताल जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की तरफ से जारी पत्र के साथ कोई भी वैलिड आईडी कार्ड होने पर इलाज की सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा सरकार ने नगर निगम में भी अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनवाने शुरू कर दिए हैं। निगम में काउंटर खोला गया है। ये काउंटर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहेगा। देखा जा रहा है कि कार्ड बनवाने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है। पहले ही दिन सैकड़ों लोगों ने कार्ड बनवाए।
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देहरादून नगर निगम में मेयर सुनील उनियाल गामा के निर्देश पर कार्ड बनने शुरू हो गए हैं। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर की ओर से लगाए गए काउंटर में भी लोगों की भीड़ जुटी। उत्तराखंड में 25 दिसंबर से शुरू हुई अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का फायदा गरीब मरीजों को मिलने लगा है। देहरादून में योजना के तहत गोल्डन कार्ड वाले पहले मरीज को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। जौलीग्रांट अस्पताल में गोल्डन कार्ड के जरिए हार्ट पेशेंट को एडमिट किया गया है, जहां आईसीयू में उसका इलाज चल रहा है। मरीज का नाम घाना सिंह है, जो कि भानियावाला के रहने वाले हैं। हार्ट संबंधी बीमारी की वजह से घाना सिंह की तबियत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अलट बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर अटल आयुष्मान योजना का शुभारंभ किया था। योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनवाने वाले परिवार को 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त मिलेगा। योजना शुरू होने के साथ ही लोगों ने गोल्डन कार्ड के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराना शुरू कर दिया है।