उत्तराखंड देहरादूनUttarakhand report on women safety

उत्तराखंड में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां, हर 16 घंटे में लूटी जा रही है किसी बेटी की आबरू

उत्तराखंड में बेटियों की सुरक्षा को लेकर हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट पर गौर करना बेहद जरूरी है।

उत्तराखंड: Uttarakhand report on women safety
Image: Uttarakhand report on women safety (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड में बेटियां सुरक्षित नहीं रह गई हैं। महिलाओं से जुड़े अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। हर 16 वें घंटे में देवभूमि की किसी बेटी की आबरू लूट ली जाती है, इन आंकड़ों से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि हालात किस हद तक बिगड़ चुके हैं। अपराधियों में कानून का खौफ नहीं रह गया है तो वहीं बेटियां इंसाफ के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। इस साल के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले 10 महीनों में महिलाओं से दुष्कर्म के कुल 438 मामले सामने आ चुके हैं। महिलाओं के उत्पीड़न के सबसे ज्यादा मामले हरिद्वार में सामने आए हैं, जबकि राजधानी देहरादून दूसरे नंबर पर है। पिछले तीन साल के आंकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश में हर दिन एक महिला का अपहरण शारीरिक उत्पीड़न के लिए होता है। पिछले तीन साल के आंकड़ों पर गौर करें तो स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।

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साल 2016 में महिलाओं के उत्पीड़न के 1795 मामले दर्ज किए गए थे। वर्ष-2017 में इनमें 14 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई और यह आंकड़ा 2045 तक पहुंच गया। इस वर्ष इनमें लगभग 24 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 31 अक्तूबर 2018 तक 2498 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा दहेज उत्पीड़न के 474 मामले दर्ज हैं। जबकि 438 महिलाओं से दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं। इस हिसाब से प्रदेश में लगभग हर 16वें घंटे में एक महिला दुष्कर्म का शिकार हुई है। जबकि, पिछले दो वर्षों यानी वर्ष-2017 और वर्ष-2016 के तुलनात्मक आंकड़ों पर गौर करें तो यह संख्या क्रमश: 278 और 337 थी। इस साल जिलों के हिसाब से तुलना की जाए तो सबसे ज्यादा हरिद्वार में 132 महिलाओं और युवतियों से दुष्कर्म हुआ। जबकि दूसरे नंबर पर देहरादून हैं।

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देहरादून में इस साल 110 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई हैं। इस साल अक्तूबर तक 42 महिलाओं की विभिन्न कारणों के चलते हत्या की गई। सबसे ज्यादा महिलाओं की हत्या भी हरिद्वार जिले में की गई हैं। यहां यह आंकड़ा 16 रहा। जबकि देहरादून में 12 और ऊधमसिंह नगर में आठ महिलाओं की हत्या हुई हैं। इस साल तेजाब हमले के भी दो मामले सामने आए हैं। इनमें एक मामला ऊधमसिंह नगर और दूसरा हरिद्वार में दर्ज किया गया है। दोनों मामलों में फिलहाल पुलिस की जांच चल रही है। आपको याद होगा कि कुछ वक्त पहले उत्तराखंड को महिला सुरक्षा के लिहाज से देश के टॉप 3 राज्यों में जगह मिली थी। फिलहाल अब ये रिपोर्ट भी हैरान करती है।