उत्तराखंड uttarakhand yoga teacher teg singh negi story

टिहरी जिले के पिपली गांव का लड़का, 50 देशों के लोगों को योग सिखाकर रचा इतिहास

टिहरी जिले के लाल ने विदेशी धरती पर 50 देशों के लोगों को योग सिखाकर इतिहास रचा है। आइए इस शानदार सफर के बारे में जानिए।

teg singh negi: uttarakhand yoga teacher teg singh negi story
Image: uttarakhand yoga teacher teg singh negi story (Source: Social Media)

: योग एक साधना है, जिसे पूरे निष्ठा से किया जाए तो इसके लाजवाब नतीजे देखने को मिलते है। आज योग के कायल सिर्फ भारत के लोग ही नहीं दुनिया भर के कई देशों के लोग भी है। जब पूरी दुनिया योग के पीछे भाग रही है, तो ऐसे में टिहरी जिले के पिपली गांव के लाल ने दुनिया में अपनी अलग ही पहचान कायम की है। आज योग सीखने के लिए कई विदेशी धरती से लोग उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। इस धरती के योग गुरु विदेशों में लोगों को योग का ज्ञान देते है। देवभूमि उत्तराखंड से भी हाल ही में विदेश गए टिहरी के तेग सिंह नेगी ने जबरदस्त काम कर दिखाया है। 50 देशों से आए करीब 10 हजार लोगों को योग का ज्ञान उत्तराखंड के इस लाल ने दिया, जो कि अपने आप में किसी बड़े रिकॉर्ड से कम नहीं। तेग सिंह नेगी सात महीने से अफ्रीका के लाइबोस शहर में थे।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढें - देहरादून की पिंकी को सलाम..गरीब मां-बाप का सहारा बनी, पेट्रोल पंप पर करती है काम
लाइबोस में 50 देशों के करीब 10 हजार लोगों को उन्होंने योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के गुर सिखाया। अफ्रीका, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, चीन, इटली समेत 50 देशों के करीब 10 हजार लोगों ने उनसे आसन, प्राणायम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, कौवल्य से लेकर आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा की शिक्षा ली। जिसके बाद छह अक्तूबर को वो अफ्रीका से वापस भारत लौटे हैं। आपको बता दे कि टिहरी जिला मुख्यालय से सटे पिपली गांव के रहने वाले तेग सिंह नेगी ने साल 2013 में देव संस्कृति विश्व विद्यालय हरिद्वार से योग में मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद से वो हिमालयन योग आश्रम में लोगों को योग सीखा रहे थे। आठ महीने पहले अफ्रीका के नाइजेरिया के लाइबोस शहर में स्थित आरबी योग स्टूडियो संचालक ने इंटरनेट के जरिए तेग सिंह नेगी से संपर्क किया।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढें - देहरादून की माया को सलाम..पति की मौत हुई तो बच्चों की खातिर बनी बस कंडक्टर
इसके बाद तेग सिंह नेगी को योग सीखाने के लिए लाइबोस बुलाया गया। जिसके बाद उन्होंने वहां जाकर 10 हजार लोगों को योग,आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति सिखायी। तेग सिंह नेगी के मुताबिक भारत ही नहीं अब विदेशों में भी बड़ी संख्या में युवा योग, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद को सीखने में रुचि ले रहे हैं। साथ ही कई शहरों के स्कूलों में भी नियमित रूप से योग की क्लास चल रही है। इतना ही नहीं विदेशों में युवा योग को करियर का हिस्सा बना चुके हैं। आज के बदलते और तनावग्रस्त दौर में लोगों का योग की तरफ रुझान बढ़ा है। योग के जरिए अपने शरीर की देखभाल करने के साथ साथ ये करियर के लिए भी अच्छा विकल्प बनते जा रहा है। योग ना सिर्फ हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है बल्कि इसके जरिए हम मानसिक तनाव से भी मुक्त हो सकते है।