उत्तराखंड उधमसिंह नगरUSN Police solved the blind murder Case in 3 hours

उत्तराखंड: सुबह गेहूं के खेत में मिला युवक का शव, पुलिस ने 3 घंटे में किया ब्लाइंड मर्डर का खुलासा

एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने तत्काल पुलिस टीम को इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में लगाया, मात्र 3 घंटे के भीतर ही पुलिस ने हत्या के आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा...

Blind Murder Case: USN Police solved the blind murder Case in 3 hours
Image: USN Police solved the blind murder Case in 3 hours (Source: Social Media)

उधमसिंह नगर: जसपुर ग्रामीण क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई के चलते मात्र 3 घंटे के भीतर ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को सुलझा दिया। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक का शव गेहूं के खेत में पड़ा है। सूचना पर तुरंत पुलिस हरकत में आई।

USN Police solved the blind murder in 3 hours

जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह समय साढ़े आठ बजे चौकी प्रभारी सूतमिल उपनिरिक्षक धीरज टम्टा को सूचना मिली कि मडवाखेड़ा गांव में हाईवे से करीब 100 मीटर अंदर गेहूं के खेत में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची तथा प्रभारी निरीक्षक जसपुर द्वारा फॉरेंसिक टीम और उच्च अधिकारीगणों को अवगत कराया।

तीन घंटे में पकड़ा गया आरोपी समीर

मौके पर एक युवक का शव खून से लथपथ गेहूं के खेत में मिला, जिसकी छाती व पीठ में गहरे घाव थे। आसपास लोगों से पूछताछ करने पर उसकी शिनाख्त अरमान अली पुत्र सफीक अहमद निवासी मोहल्ला, नई बस्ती वार्ड नंबर 12 जसपुर खुर्द ऊधमसिंहनगर के रूप में हुई। एसएसपी मणिकांत मिश्रा एवं एसपी सिटी काशीपुर अभय सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। मौका मुआयना करने के बाद उन्होंने तत्काल पुलिस टीम इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में लगा दी और मात्र 3 घंटे के भीतर ही हत्या के आरोपी को पुलिस ने धर दबोच लिया। जसपुर थाना पुलिस टीम ने महज तीन घंटे में ही आरोपी समीर, पुत्र मोहम्मद नासिर नई बस्ती, बबलू स्कूल के पास, जसपुर 23 वर्ष को हिरासत में ले लिया।

स्मैक की पुड़िया को लेकर हुआ था विवाद

मृतक अरमान अली और समीर दोनों जसपुर के नई बस्ती, वार्ड नंबर 12 में आसपास ही रहते थे और अक्सर स्मैक का सेवन करते थे। कुछ दिन पूर्व स्मैक की पुड़िया को लेकर हुए एक छोटे से विवाद के बाद अरमान अली ने समीर की कुछ लोगों के साथ मिलकर पिटाई कर दी थी। इस बात को समीर ने दिल से लगा लिया और यह तय कर लिया कि ईद के दिन अरमान अली को इस दुनिया से वो रुखसत कर देगा। लिहाजा बीते 31 मार्च को ईद की नमाज पढ़ने के बाद जैसे ही अरमान अली घर पहुंचा, समीर उसे लेकर सुनसान जगह पर पहुंचा और स्मैक का सेवन करने के बाद अपने जिगरी दोस्त की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी।