देहरादून: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत कक्षा चौथी, पांचवीं, सातवीं और आठवीं की एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें बदल दी गई हैं। जल्द ही नई एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें बाजार में उपलब्ध होंगी। इस चार कक्षाओं में इस साल के शैक्षणिक सत्र से नई पाठ्यपुस्तकें पढ़ाई जाएंगी।
NCERT's new syllabus is ready for 4 classes
NCERT के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार नई पाठ्यपुस्तकों को छात्रों को समय पर मुहैया कराने की पूरी तैयारी कर ली गई है। नई पाठ्यपुस्तकों के नाम पहली, दूसरी व तीसरी कक्षाओं की पुस्तक की तरह वीणा, मृदंग व सारंगी आदि रखा गया है। इनमें इवल कक्षाएं व उसके आवरण में बदलाव किया गया है। एनसीईआरटी ने पांचवीं और आठवीं कक्षाओं के लिए एक ब्रिज कोर्स भी विकसित किया है। इसके लिए पाठ्यपुस्तकें भी तैयार कर ली गई हैं, जो 31 मार्च तक उपलब्ध हो जाएंगी।
9 से 12वीं कक्षा का सिलेबस अगले सत्र बदलेगा
एनईपी के तहत एनसीईआरटी की बालवाटिका से लेकर पहली, दूसरी, तीसरी व छठवीं कक्षा की नई पाठ्यपुस्तकें पहले ही आ चुकी थी। वहीं चौथी, पाचंवीं, सातवीं व आठवीं की पुस्तकें इस साल जल्द ही आने वाली हैं और नौ कक्षा से से बारहवीं तक की पाठ्यपुस्तकें अगले शैक्षणिक सत्र तक आएंगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत कक्षा चौथी, पांचवीं, सातवीं और आठवीं की नई एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगी।
शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण
इनमें से चौथी और सातवीं कक्षाओं की नई पुस्तकें 31 मार्च तक और पांचवीं व आठवीं की सभी पुस्तकें पंद्रह मई तक बाजार में आएंगी। नए शैक्षणिक सत्र 2025 में चौथी, पांचवीं, सातवीं और आठवीं कक्षाओं के बच्चे भी एनसीईआरटी की नई पाठ्यपुस्तकों से पढ़ाई करेंगे। एनसीईआरटी ने स्कूलों में नई पाठ्यपुस्तकों के साथ-साथ इन पुस्तकों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण की योजना भी बना ली है। यह प्रशिक्षण तीन अप्रैल से शुरू होगा। पहले चरण में, देशभर में मास्टर ट्रेनरों को तैयार किया जा रहा है।