उत्तराखंड चमोलीMusk deer Smugglers caught in Nanda Devi National Park

उत्तराखंड: नंदा देवी नेशनल पार्क में पकड़े गए तस्कर, दुर्लभ कस्तूरी मृग की ग्रंथि और मांस बरामद

वन विभाग की टीम ने चमोली जिले में सुराईथोटा अनुभाग के कोशा रिजर्व क्षेत्र से दो वन्यजीव तस्करों को पकड़ा गया है। वन प्रभाग टीम को तस्करों के पास से कस्तूरी मृग का मांस मिला।

Musk deer Smugglers caught: Musk deer Smugglers caught in Nanda Devi National Park
Image: Musk deer Smugglers caught in Nanda Devi National Park (Source: Social Media)

चमोली: उत्तराखंड में कई ऐसे जिव-जंतु हैं जिनकी संख्या अब बहुत कम हो गई है। जिनमें से उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग भी शामिल है। एक समय कस्तूरी मृग बिलकुल विलुप्त की कगार में आ गए थे। इन जानवरों की सुरक्षा के लिए वन प्रभाग की टीम हर संभव प्रयत्न कर रही है। वन विभाग की टीम ने चमोली जिले में सुराईथोटा अनुभाग के कोशा रिजर्व क्षेत्र से दो वन्यजीव तस्करों को कस्तूरी मृग के मांस के साथ पकड़ा गया है।

Musk deer Smugglers caught in Nanda Devi National Park

उप वन संरक्षक ने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन प्रभाग की जोशीमठ रेंज में वन्यजीव अपराधों की रोकथाम के कड़े निर्देश जारी किए हैं। इसी निर्देशनुसार उप प्रभागीय वनाधिकारी के पर्यवेक्षण एवं वन क्षेत्राधिकारी जोशीमठ के निर्देशन में वन तस्करों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसी कड़ी में वन विभाग की टीम ने दो वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों तस्कर सुराईथोटा अनुभाग के कोशा रिजर्व क्षेत्र से पकड़े गए। जोशीमठ रेंज की सुराईथोटा अनुभाग की चार सदस्य वन विभाग की टीम 15 दिसंबर को कोषा रिजर्व में गश्ती पर थी। टीम लीडर कुलदीप नेगी ने गश्त के दौरान दो वहां दो संदिग्ध व्यक्तियों को देखा। टीम लीडर ने अन्य सदस्यों को इस बात की जानकारी दी और टीम ने उन दोनों संदिग्ध व्यक्तियों को घेराबंदी कर हिरासत में लिया। उसके बाद व्यक्तियों से पूछताछ की गई।

विलुप्तप्राय कस्तूरी मृग की ग्रंथि, मांस बरामद

विभाग की टीम ने जब दोनों की तो आरोपियों के पास से कस्तूरी मृग की ग्रंथि, कस्तूरी मृग के मांस और जानवरों का शिकार करने में प्रयुक्त किए गए हथियार मिले। टीम ने दोनों आरोपियों का मेडिकल करने के बाद न्यायालय के सामने पेश कर उन्हें जेल भेज दिया है। अपराधियों में से एक की पहचान प्रेम बहादुर शाही, ग्राम- जार्जी, तहसील- करनाली, जिला- जुमला, नेपाल के नाम से हुई है, और दूसरे अपराधी की पहचान भान बहादुर शाही, ग्राम- जार्जी, तहसील- करनाली, जिला- जुमला, नेपाल के नाम से हुई है।