उत्तराखंड पिथौरागढ़Heritage Aviation Pithoragarh-Almora helicopter Service

Uttarakhand News: ढाई हजार रुपये में पिथौरागढ़-अल्मोड़ा हेलीकॉप्टर सेवा शुरू, जानिये खास बातें

पिथौरागढ़, मुनस्यारी, और चंपावत के बाद अब अल्मोड़ा भी हेरिटेज एविएशन के नेटवर्क में शामिल हो गया है। इस मार्ग पर प्रतिदिन दो उड़ानें 7-सीटर हेलीकॉप्टर के जरिए संचालित की जाएंगी। हेरिटेज एविएशन उड़ान योजना के तहत क्षेत्रीय संपर्क सेवाएं प्रदान...

Pithoragarh-Almora heli Service: Heritage Aviation Pithoragarh-Almora helicopter Service
Image: Heritage Aviation Pithoragarh-Almora helicopter Service (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: हेलीकॉप्टर सेवाओं में अग्रणी हेरिटेज एविएशन ने पिथौरागढ़-अल्मोड़ा पिथौरागढ़ मार्ग पर दैनिक हेलीकॉप्टर सेवाओं की शुरुआत की है। यह पहल उत्तराखंड के दूरस्थ और सुंदर क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करते हुए क्षेत्रीय यात्रा का अनुभव बदलने के उद्देश्य से शुरू की गई है।

Heritage Aviation Pithoragarh-Almora helicopter Service

नए सेवा मार्ग का उद्देश्य निवासियों और पर्यटकों के लिए तेज़, आरामदायक और कुशल यात्रा विकल्प प्रदान करना है, जो उत्तराखंड के सुरम्य दृश्यों का अनोखा हवाई अनुभव भी प्रदान करेगा। इस सेवा से यात्रा का समय काफी कम होगा, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन और स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

हर दिन उड़ेंगे हेरिटेज एविएशन के दो 7-सीटर हेली

पिथौरागढ़, मुनस्यारी, और चंपावत के बाद अब अल्मोड़ा भी हेरिटेज एविएशन के नेटवर्क में शामिल हो गया है। इस मार्ग पर प्रतिदिन दो उड़ानें 7-सीटर हेलीकॉप्टर के जरिए संचालित की जाएंगी। हेरिटेज एविएशन उड़ान योजना के तहत हेलीकॉप्टर द्वारा क्षेत्रीय संपर्क सेवाएं प्रदान करने वाली एकमात्र निजी कंपनी है।

किराया और बुकिंग

अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मार्ग का किराया मात्र ₹2,500 प्रति व्यक्ति तय किया गया है। यात्री अपनी बुकिंग कंपनी की वेबसाइट www.airheritage.in पर कर सकते हैं।

जल्द शुरू होंगी और भी उड़ानें

हेरिटेज एविएशन के सीईओ और प्रबंध निदेशक रोहित माथुर ने कहा, “हम उत्तराखंड के सभी प्रमुख स्थानों और कस्बों को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जल्द ही हम देहरादून-बागेश्वर, हल्द्वानी-बागेश्वर और देहरादून-नैनीताल जैसे मार्गों पर भी दैनिक उड़ानें शुरू करेंगे। इन सेवाओं का किराया किफायती रखा गया है ताकि अधिक से अधिक स्थानीय लोग इसका लाभ उठा सकें।”