रुद्रप्रयाग: तो कुछ ही वक्त में अगर सब कुछ ठीक रहा, तो रुद्रप्रयाग जिले में आपको अनोखा प्रयोग देखने को मिलेगा। यहां आप स्कूलों में साउंड प्रूफ क्लास रूम देख सकेंगे।
Soundproof class room will built in rudraprayag
क्यों और किसलिए..चलिए ये भी आपको बता देते हैं। केदारनाथ यात्रा के दौरान केदारघाटी में हेलिकॉप्टर उड़ान भरते हैं और उनका शोर बच्चों की पढ़ाई को बाधित कर देता है। ऐसे में जो छात्र बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों, उनके लिए बड़ी समस्या सामने आ सकती है। पढ़ाई पर असर पढ़ सकती है। ऐसे में अब छात्र-छात्राएं अपने स्कूलों में शांतिपूर्वक पढ़ाई कर सकेंगे। इसकी पहल की है रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने…उन्होंने सभी हेली कंपनियों को अपने-अपने हेलिपैड के पास के स्कूलों में साउंड प्रूफ क्लास रूम तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अब केदारनाथ हेली सेवा में लगी हुई हर कंपनी को अपने पास के सभी स्कूलों में साउंड प्रूप क्लास रूम तैयार करने होंगे। अगर कंपनियां ये निर्देश नहीं मानेंगे तो उन्हें तीन साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। आगे पढ़िए
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सबसे ज्यादा दिक्कत हेलिपैड के नजदीक स्कूलों के बच्चों को होती है। हेलिकॉप्टर के शोर से अप्रैल, मई माह में और जुलाई से नवंबर तक स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। ये मही नहीं, हेलीकॉप्टर की तेज ध्वनि से छात्रों को कई परेशानियों से भी जूझना पड़ता है। मगर अब इस समस्या से जल्द निजात मिल जाएगी। डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि हेलिकॉप्टर सेवा का संचालन कर रही सभी हेली कंपनियों को पत्र लिखा गया है। उनसे हेलिपैड के निकट के स्कूलों में साउंड प्रूफ क्लास रूम तैयार करने के निर्देश दिए हैं। 15 दिन में सभी से जवाब मांगा गया है। राजकीय प्राथमिक एवं जूनियर हाईस्कूल देवर, प्राथमिक विद्यालय मस्ता, प्राथमिक विद्यालय नारायणकोटी, जीआईसी नारायणकोटी, जूनियर हाईस्कूल मैखंडा, प्राथमिक विद्यालय खाट और खड़िया, जीआईसी फाटा और प्राथमिक विद्यालय शेरसी के छात्रों को जल्द ही साउंड प्रूफ क्लास रूम मिलेंगे।