उत्तराखंड ऋषिकेशRishikesh Rafting Rajasthan IAS Officer Brother Death

ऋषिकेश में राफ्टिंग करना अब खतरनाक हो रहा है, IAS अफसर के परिवार में पसरा मातम

शुक्रवार को एक आईएएस अफसर के भाई समेत तीन लोग राफ्टिंग के दौरान गंगा की लहरों में डूब गए। इनमें से एक शख्स को किसी तरह बचा लिया गया।

Rishikesh rafting ias brother death: Rishikesh Rafting Rajasthan IAS Officer Brother Death
Image: Rishikesh Rafting Rajasthan IAS Officer Brother Death (Source: Social Media)

ऋषिकेश: गर्मी बढ़ते ही ऋषिकेश में राफ्टिंग के लिए लोगों का हुजूम उमड़ने लगा है। राफ्टिंग के लिए आने वाले पर्यटकों की तादाद बढ़ रही है और साथ ही हादसे भी।

IAS Officer Brother Death in Rishikesh Rafting

शुक्रवार को एक आईएएस अफसर के भाई समेत तीन लोग राफ्टिंग के दौरान गंगा की लहरों में डूब गए। इनमें से एक शख्स को किसी तरह बचा लिया गया, लेकिन दो लोगों के बारे में अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम दोनों की तलाश में जुटी है। शुक्रवार को पुलिस को ब्रह्मपुरी के ओशो गंगाधाम आश्रम और पांडव पत्थर के पास तीन लोगों के गंगा में बहने की सूचना मिली। जिसके बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ समेत तीनों टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान पांडव पत्थर के पास गंगा में बहे एक युवक को जल पुलिस ने बचा लिया, लेकिन दो लोगों का पता नहीं चल सका। पुलिस ने बताया कि गंगा में बहे लोगों में राजस्थान के जयपुर निवासी हरीश कुमार मीणा (34) पुत्र रतन लाल मीणा भी शामिल हैं।

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वो ब्रह्मपुरी के पास तेज धारा में लापता लापता हो गए। हरीश कुमार 14 सदस्यीय दल के साथ घूमने के लिए ऋषिकेश आए थे। ब्रह्मपुरी में वो अपने साथियों के साथ राफ्ट में सवार होने के लिए तीसरी बार नदी में उतरे तो बाहर नहीं निकल सके। उनका लाइफ जैकेट और हेलमेट नदी में ऊपर आ गया। हरीश कुमार मीणा जयपुर में केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक हैं। जबकि उनके भाई राजस्थान में आईएएस अफसर हैं। दूसरी घटना में दिल्ली के जसोला के सरिता विहार के प्लांट नंबर 37 निवासी अमरजीत (27) पुत्र जसवीर सिंह अपने दोस्त मनोज कुमार (38) पुत्र सोनपाल के साथ नीम बीच से सटे पांडव पत्थर के पास गहरे पानी में चले गए। इस दौरान मनोज किसी तरह किनारे पर पहुंच गए, लेकिन अमरजीत का कुछ पता नहीं चल सका। नदी में डूबे दोनों लोगों की तलाश जारी है।