उधमसिंह नगर: बंबीहा गैंग...पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद ये गैंग लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। कहने को सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है, लेकिन हत्या की वजह मूसेवाला की बंबीहा गैंग से नजदीकियां बताई गईं।
Bambiha gang entry in Uttarakhand
आज हम बंबीहा गैंग की बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि अपराध से लेकर आतंकवाद से जुड़े इस गैंग ने ऊधमसिंहनगर में दस्तक दी है। काशीपुर के 70 वर्षीय किसान नेता को बंबीहा गैंग के शूटरों ने ही मारा था। गिरोह के चार शूटर मोहाली के जीरकपुर से पकड़े गए हैं। इससे पहले साल 2019 में पंजाब का लॉरेंस बिश्नोई गिरोह भी जिले में दस्तक दे चुका है। बिश्नोई के नाम से टायर कारोबारी से वाट्सएप काल पर रंगदारी मांगी गई थी। बिश्नोई के लिए काम करने वाली रामनगर की एक युवती को भी पूर्व में पकड़ा जा चुका है।
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अब यहां बंबीहा गैंग की दस्तक ने खतरे की घंटी बजा दी है। पंजाब में इस गिरोह का बड़ा खौफ है। बता दें कि पंजाब के दविंदर सिंह सिद्धू उर्फ दविंदर बंबीहा का साल 2016 में एनकांउटर कर दिया गया था, लेकिन उसके नाम पर बना ये गैंग अब भी सक्रिय है। पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में बंबीहा गिरोह के लिए 300 शॉर्प शूटर काम कर रहे हैं। इसमें ज्यादातर गैंगस्टर शामिल हैं। अब काशीपुर वाली घटना के बारे में भी बताते हैं। काशीपुर में 13 अक्टूबर को स्टोन क्रशर मालिक महल सिंह की दिनदहाड़े बाइक सवार दो युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आनन-फानन में इस मामले का पर्दाफाश किया, जिसमें तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। मगर गोली मारने वाले दोनों हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। इस केस के पीछे कनाडा कनेक्शन भी सामने आया था। इसी मामले में बंबीहा गैंग के चार शूटरों की पंजाब से गिरफ्तारी हुई है।