उत्तराखंड हरिद्वारBangladeshi terrorist Alinoor wife arrested in Haridwar

उत्तराखंड में संदिग्ध आतंकी की पत्नी गिरफ्तार, गांव में कर रही थी कूड़ा बीनने का काम

महिला पिछले दिनों यूपी एटीएस की टीम द्वारा हरिद्वार से गिरफ्तार आतंकी अली नूर की पत्‍नी है। महिला हरिद्वार में कूड़ा बीनने का कार्य कर रही थी।

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Image: Bangladeshi terrorist Alinoor wife arrested in Haridwar (Source: Social Media)

हरिद्वार: बांग्लादेश के कई लोग भारत में घुसपैठ कर अवैध तरह से रह रहे हैं। उत्तराखंड में भी बांग्लादेशियों ने अपना अड्डा जमा लिया है। खास कर कि उत्तर प्रदेश से लगने वाले जिलों जैसे हरिद्वार और उधम सिंह नगर में बांग्लादेशियों की घुसपैठ सबसे अधिक है।

Bangladeshi women arrested in Haridwar

हरिद्वार पुलिस ने हाल ही में एक महिला को गिरफ्तार किया जिसका पति आतंकी गतिविधियों में शामिल है। आरोपी महिला कूड़ा बीनने का काम करती थी और पासपोर्ट और वीजा के बगैर अवैध रूप से अपने तीन बच्चों के साथ रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव में रह रही थी। बांग्लादेशी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह महिला पिछले दिनों यूपी एटीएस की टीम द्वारा हरिद्वार से गिरफ्तार आतंकी अली नूर की पत्‍नी है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि एलआईयू को रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के दादूपुर गांव में एक बांग्लादेशी महिला के अवैध रूप से रहने की सूचना मिली थी। उक्‍त महिला हरिद्वार में कूड़ा बीनने का कार्य कर रही थी। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला और बच्चों को कोर्ट में पेश किया गया है।

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पूछताछ में महिला ने अपना नाम रहीमा पत्नी अली नूर उर्फ जावाद निवासी ग्राम हिरन थाना कोटालियारा जिला गोपालगंज बांग्लादेश बताया है। वह यहां कूड़ा बीनने का काम कर रही थी। महिला के खिलाफ विदेशी अधिनियम व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला और उसके बच्चों को कोर्ट में पेश किया गया है। दरअसल पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की एटीएस ने आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब काटिंनेंट तथा सहयोगी जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश के आठ आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इन आतंकियों में अलीनूर भी एक था। इससे पहले भी हरिद्वार के पिरान कलियर में कई बार बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार हो चुके हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस और एलआईयू की टीम उन्हें सीमा पार छोड़कर आती है। मगर उसके बावजूद भी कुछ बांग्लादेशी नागरिक फिर से सीमा पार कर भारत पहुंच जाते हैं।