उत्तराखंड देहरादूनDehradun Elevated Road Project All Detail

देहरादून-मसूरी आना-जाना होगा आसान, एलिवेटेड रोड पर आएगा सफर का आनंद..जाम की नो टेंशन

देहरादून में रिस्पना और बिंदाल नदी पर एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी। इससे शहरवासियों के साथ पर्यटकों की भी जाम से राहत मिलेगी।

Mussoorie Dehradun Elevated Road: Dehradun Elevated Road Project All Detail
Image: Dehradun Elevated Road Project All Detail (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को जाम के झाम से निजात नहीं मिल रही। वीकेंड पर जब मसूरी जाने वाली गाड़ियां दून में उमड़ती हैं तो शहर बुरी तरह हांफने लगता है।

Dehradun Elevated Road Project All Detail

जगह-जगह जाम लगने से स्थानीय लोग भी परेशान होते हैं और पर्यटक भी, अब इस समस्या से निजात मिलने वाली है। देहरादून में एलिवेटेड रोड बनाने की तैयारी है। शहर की दो प्रमुख नदियों रिस्पना और बिंदाल नदी पर एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी। प्रोजेक्ट के लिए रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। दोनों नदियों के ऊपर एलिवेटेड रोड बनने से न सिर्फ लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि मसूरी जाने वाले पर्यटक भी आसानी से आवाजाही कर सकेंगे। प्रोजेक्ट को लेकर बीते दिनों मुख्य सचिव एसएस संधू ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक की। एलिवेटेड रोड के निर्माण को लेकर शासन गंभीर है और इस पर तेजी से काम चल रहा है। रोड बनाने के लिए फिजिबिलिटी सर्वे भी किया जा चुका है।

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बताया जा रहा है कि एलिवेटेड रोड चार साल में बनकर तैयार हो जाएगी। बिंदाल नदी पर 15 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी, जबकि रिस्पना नदी पर बनने वाली एलिवेटेड रोड की लंबाई 11 किमी होगी। ये एलिवेटेड रोड मसूरी रोड पर कनेक्ट की जाएगी। बजट के बारे में भी बताते हैं। एलिवेटेड रोड बनाने में 3400 करोड़ रुपये तक की लागत आएगी। रोड बनने के बाद मसूरी जाने वाले यात्री आईएसबीटी से सीधे मसूरी जा सकेंगे। उन्हें शहर के भीतर दाखिल होने की जरूरत नहीं रहेगी। इस तरह मसूरी जाने वाले पर्यटकों के लिए भविष्य में सफर आसान हो जाएगा। एलिवेटेड रोड के अस्तित्व में आने के बाद पर्यटकों और स्थानीय लोगों को जाम से राहत मिलने की उम्मीद है, हालांकि कुछ लोगों ने प्रोजेक्ट पर सवाल भी उठाए हैं। इनका कहना है कि पहले सरकार द्वारा रिस्पना नदी को संवारने की बात कही जा रही थी, इसे जीवनदान देने के दावे किए गए थे, लेकिन अगर इस पर एलिवेटेड रोड बन जाती है तो ये दावे कभी हकीकत का रूप नहीं ले सकेंगे।