देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर 10 मार्च को गिनती होगी, जिसके बाद रिजल्ट आएगा। चुनाव परिणाम किसके पक्ष में होगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन कांग्रेस ने आखिरी वक्त में विधायकों की खरीद-फरोख्त जैसी स्थिति रोकने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस अपनी पार्टी के विधायकों को सुरक्षित रखने के प्रयास में जुटी है। इसके लिए राजस्थान में विशेष इंतजाम किए गए हैं। चुनाव के नतीजों में हंग असेंबली जैसी स्थिति बनने पर पार्टी ने कांग्रेस शासित राजस्थान के सेफ हाउस में उत्तराखंड के विधायकों को शिफ्ट किए जाने की तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव के नतीजे की तारीख पास आने के साथ ही कांग्रेस पार्टी अलर्ट मूड में दिख रही है। एनबीटी के मुताबिक पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अपनी पहचान उजागर न होने की शर्त पर बताया कि बीजेपी के हॉर्स ट्रेडिंग के इतिहास को देखते हुए हम उन्हें इस बार ऐसा कोई मौका नहीं देना चाहते। इसके लिए कुछ योजनाएं तैयार की जा रही हैं, जिनमें से एक कांग्रेस के प्रत्याशियों विधायकों को राजस्थान भेजा जाना भी शामिल है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी की हॉर्स ट्रेडिंग की वजह से 2017 में हमें नुकसान हो चुका है लेकिन इस बार हम तैयार हैं। आगे पढ़िए
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पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विपक्ष के नेता प्रीतम सिंह की अगुवाई में एक दल दिल्ली में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करने के बाद सोमवार को वापस लौट आएगा। सभी प्रत्याशियों को प्रदेश नेतृत्व की तरफ से विशेष निर्देश जारी किए जा चुके हैं। उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने फिलहाल इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि अपने प्रत्याशियों में हमारी पूरी आस्था है। बीजेपी के संभावित खतरे के मद्देनजर हमारे सभी सदस्य अलर्ट पर हैं। इस बार हम बीजेपी को कोई भी खेल करने का मौका नहीं देंगे। वहीं कांग्रेस के इन तमाम आरोपों को बीजेपी ने गलत बताया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया इंचार्ज मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश ने 2017 में हरीश रावत पर किए गए स्टिंग ऑपरेशन को देखा था, जब वह मुख्यमंत्री थे। अब कांग्रेस हम पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रही है, जो की पूरी तरह से गलत है। उत्तराखंड बीजेपी ने कांग्रेस की तरफ से लगाए जा रहे हैं आरोपों का खंडन किया है।