रुद्रप्रयाग: 14 फरवरी, यही वह दिन है जिस दिन जनता तय करेगी कि किस को सत्ता में लाना है और किसको बाहर का रास्ता दिखाना है। देखना दिलचस्प होगा क्योंकि इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में कड़ा मुकाबला होने जा रहा है ऐसा इसलिए क्योंकि लोग वर्तमान सरकार से खासे नाराज चल रहे हैं। जहां एक ओर पूरे उत्तराखंड में चुनावी माहौल देखने को मिल रहा है तो वहीं दूसरी ओर राज्य समीक्षा की पूरी टीम आप तक चुनाव के हर अपडेट पहुंचाने के प्रयास में है। हमारी पूरी कोशिश है कि सभी विधानसभा की ग्राउंड रिपोर्टिंग आप तक सीधे पहुंचे। इसी कड़ी में हमारी टीम पहुंच रखी है उत्तराखंड जहां पर अलग-अलग विधानसभाओं में जाकर हम स्थानीय लोगों से बातचीत कर यह जानने की कोशिश कर रहे हैं आखिर उस विधानसभा सीट पर किस पार्टी का पलड़ा ज्यादा भारी है। राज्य समीक्षा ने हाल ही में उत्तराखंड की सबसे हॉट सीट रुद्रप्रयाग में जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनका मन टटोलने की कोशिश की है और जनता का मूड जाने की भी कोशिश की है। तो चलिए अब आपको बताते हैं उत्तराखंड की सबसे हॉट सीट रुद्रप्रयाग में लोगों के बीच में किस पार्टी की लहर है और जनता किसको अपने नेता के रूप में देखना चाहती है।
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रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में आती है। इसमें महिला मतदाताओं की संख्या 51,862 है, जबकि पुरूष मतदाताओं की संख्या 51,289 है। 2002 में इस सीट पर भाजपा के मातबर सिंह कंडारी विजयी रहे। वर्ष 2007 में भी इस सीट पर भाजपा के मातबर सिंह कंडारी दूसरी बार विजयी रहे। वर्ष 2012 में कांग्रेस के हरक सिंह रावत ने जीत दर्ज की। वर्ष 2017 में इस सीट पर भाजपा के भरत सिंह चौधरी जीत दर्ज करने में सफल रहे। 2017 में रुद्रप्रयाग में कुल 50.42 प्रतिशत वोट पड़े। 2017 में भारतीय जनता पार्टी से भरत सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लक्ष्मी सिंह राणा को 14,632 वोटों के मार्जिन से हराया था। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने भरत सिंह चौधरी पर भरोसा जताया है तो वहीं कांग्रेस से प्रदीप थपलियाल चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। अब बात करते हैं रुद्रप्रयाग में स्थानीय लोगों की। यहां पर जनता का मूड क्या है और किस पार्टी की ओर जनता का झुकाव ज्यादा है इससे भी अहम चीज यह है कि रुद्रप्रयाग की जनता इस बार किसी भी पार्टी के बहकावे में न आकर कार्य और विकास के तर्ज पर ही वोट देगी। यहां पर जब हमारी टीम ने लोगों से बातचीत की तो अधिकांश ने विकास कार्यों की चर्चा की। लोगों का झुकाव यहां पर किसी भी एक पार्टी की तरफ नहीं देखने को मिला। ना तो यहां पर भारतीय जनता पार्टी का जादू दिख रहा है और ना ही कांग्रेस का। लोगों का कहना है कि जो यहां पर विकास करेगा हमारा वोट उसी को है। कहीं-कहीं पर भाजपा का पलड़ा भारी होता हुआ दिखाई दिया जहां पर लोगों ने कहा कि विधायक निधि का पूर्ण तरीके से प्रयोग हुआ है और यहां पर सड़कों का जाल बिछाया गया है जो कि पहले कभी भी देखने को नहीं मिला। आग देखिए वीडियो
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कई लोगों का कहना है कि इन 5 सालों में रुद्रप्रयाग में काफी हद तक विकास हुआ है और वह भाजपा से संतुष्ट हैं। तो कहीं पर भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण रूप से नकारा गया और कांग्रेस का पलड़ा अधिक भारी लगा। कई लोगों ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक का रवैया लोगों के प्रति अच्छा नहीं है और उनके अंदर काफी अधिक घमंड है। वे एक बार भी उनके गांव में जनता का हाल चाल पूछने नहीं आए। तो वहीं कुछ लोगों ने कहा कि अब भी उनके घर में पक्के बाथरूम नहीं हैं और उनको काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तो कई लोगों ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं का लाभ उन तक नहीं पहुंच सका है जिस वजह से वह भारतीय जनता पार्टी से वे खासा नाराज चल रहे हैं। ऐसे में यहां पर लोग एक बार फिर से कांग्रेस को मौका दे सकते हैं। कुल मिलाकर रुद्रप्रयाग में लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया है। ऐसे में जहां पर मुकाबला रोचक होगा। चुनावी यात्रा में राज्य समीक्षा पल-पल तक आपके पास हर एक विधानसभा से पब्लिक ओपिनियन पहुंचा रहा है। आगे और भी विधानसभाओं में जनता का मूड जानने के लिए बने रहे राज्य समीक्षा के साथ।