देहरादून: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया। उत्तराखंड की कई हस्तियों को पद्म पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इस साल पद्म विभूषण के लिए कुल चार नाम चुने गए हैं, जबकि 17 हस्तियों के नाम पद्म भूषण के लिए चुने गए हैं। इसके अलावा पद्मश्री सम्मान के लिए 107 नामों का चयन हुआ है। पद्म विभूषण सम्मान पाने वालों में दिवंगत पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत का नाम भी शामिल है। उन्हें यह सम्मान मरणोपरांत दिया जाएगा। पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत को यह सम्मान सिविल सेवा के क्षेत्र में दिया जाएगा। उत्तराखंड की स्टार हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया, माधुरी बड़थ्वाल और बसंती देवी को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। माधुरी बड़थ्वाल को कला के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने की घोषणा हुई है। बसंती देवी को भी कला के क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा। खेल के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार के लिए उत्तराखंड से वंदना कटारिया का चयन हुआ है। कम उम्र में ही वंदना कटारिया ने बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। इनके अलावा बीजेपी के पूर्व नेता कल्याण सिंह (सार्वजनिक मामले) और गीताप्रेस गोरखपुर के अध्यक्ष रहे राधेश्याम खेमका (साहित्य और शिक्षा) को पद्म सम्मान मरणोपरांत दिया गया। दुनियाभर में भारत का नाम रोशन करने वाले माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई को भी पद्म विभूषण सम्मान दिया जाएगा। जिन लोगों को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है, उनमें तीन लोगों को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है। इसके अलावा पद्म भूषण के लिए जिन 17 हस्तियों को चुना गया है। उनमें से दो को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जाएगा।