ऋषिकेश: कोरोना काल हर किसी के लिए मुसीबतें लेकर आया। लाखों लोगों ने जॉब गंवा दी। कुछ लोग हाथ पर हाथ धर कर परिस्थितियों के सुधरने का इंतजार करने लगे तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने आपदा के मौके को चैंलेज की तरह एक्सेप्ट किया और खुद को बेहतर साबित करने में जुट गए। देहरादून के शुभम डिमरी भी ऐसी ही शख्सियत हैं। कोरोना काल में जॉब गंवाने वाले शुभम ने पहाड़ी मसालों से युक्त नमकीन को अपने रोजगार का जरिया बनाया है। इसकी पैकेजिंग से लेकर ब्रांडिग तक का काम शुभम खुद देखते हैं। अपने प्रोडक्ट को शुभम ने नाम दिया है ‘गढ़वाल वेफर्स’ और इसकी थीम है ‘द टेस्ट ऑफ गढ़वाल’। शुभम मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले के ग्राम मुन्ना देवल के रहने वाले हैं। वर्तमान में देहरादून के गुमानीवाला में रहते हैं। साल 2018 में ऋषिकेश से बीएससी करने के बाद उन्होंने प्लास्टिक इंजीनियरिंग में डिग्री ली। शिक्षा पूरी होने के बाद वो सिडकुल हरिद्वार स्थित एक कंपनी में जॉब करने लगे। नौकरी लगे हुए 4 महीने ही हुए थे कि कोरोना का कहर शुरू हो गया।