हल्द्वानी: त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है। जगह-जगह रामलीला का मंचन हो रहा है। बदलते वक्त के साथ मंचन के तौर-तरीके जरूर बदले हैं, लेकिन कलाकारों में आज भी अभिनय को लेकर पहले जैसा जुनून नजर आता है। अभिनय को लेकर यही जुनून कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत में भी दिखा, जो हल्द्वानी में ऊंचापुल की रामलीला में दशरथ की भूमिका निभाते नजर आए। बंशीधर भगत के साथ-साथ ये मौका हल्द्वानीवासियों के लिए भी खास था। रामलीला के मंचन के माध्यम से बंशीधर भगत को क्षेत्र की जनता से संवाद करने का मौका मिला, तो वहीं लोग भी उन्हें अपने बीच पाकर खुश थे। कैबिनेट मंत्री और कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत राजनीति के माहिर खिलाड़ी होने के साथ प्रतिभाशाली कलाकार भी हैं। राजनीति की ही तरह रामलीला का मंच भी उनके लिए नया नहीं है। वो पिछले 5 दशक से रामलीलाओं में अलग-अलग किरदार निभा रहे हैं।
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बंशीधर भगत मानते हैं कि रामलीला की 5 दशक की यात्रा ने उन्हें जनता के दिल में जगह बनाने में काफी मदद की है। भगत अंगद और परशुराम अलावा रामायण के अन्य किरदारों का अभिनय बखूबी निभाते हैं। बंशीधर भगत 6 बार विधायक बनने का श्रेय जनता के प्यार और भगवान राम के आशीर्वाद को देते हैं। उन्हें बचपन से अभिनय करने का शौक था। बंशीधर भगत बताते हैं कि उन्होंने 18 साल की उम्र में रामलीला का पाठ करना शुरू कर दिया था। देर रात हुई रामलीला में वो एक बार फिर दशरथ का अभिनय करते हुए कैकेयी को मनाते नजर आए। कैकेयी की भूमिका निभा रहे सुंदर सिंह बिष्ट भी इस दौरान काफी उत्साहित दिखे। वो पिछले कई सालों से बंशीधर भगत के साथ कैकेयी की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बंशीधर भगत के साथ अभिनय करने के मौके को यादगार बताया।