उत्तराखंड देहरादूनAam aadmi party commitment about Devasthanam Board

उत्तराखंड: आम आदमी पार्टी का तीर्थ पुरोहितों से वादा-'सरकार बनते ही भंग होगा देवस्थानम बोर्ड'

फ्री बिजली के बाद आम आदमी पार्टी का तीर्थ पुरोहितों के समर्थन में बड़ा वादा, कहा सरकार बनते ही भंग किया जाएगा देव स्थानम बोर्ड-

Devasthanam Board uttarakhand: Aam aadmi party commitment about Devasthanam Board
Image: Aam aadmi party commitment about Devasthanam Board (Source: Social Media)

देहरादून: आगामी चुनावों को देखते हुए इस बार भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी उत्तराखंड में चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर रही है और चुनावी रण में उतर चुकी है। आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में लोगों को अबतक कई बड़े वादे कर चुकी है। फ्री बिजली के बाद आम आदमी पार्टी ने एक और बड़ा वादा कर दिया है। उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी सरकार बनाने की पूरी कोशिश कर रही है और इसके लिए वह लोगों का दिल जीतने में जुटी हुई है। सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड की आम जनता को फ्री बिजली का वादा किया। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने यह घोषणा की है कि आप की सरकार बनते ही देवस्थानम बोर्ड को भंग कर दिया जाएगा। जी हां, वही देवस्थानम बोर्ड जिसका विरोध चार धाम के तमाम पुरोहित समेत कई पहाड़ के मंदिर कर रहे हैं। देवस्थानम बोर्ड को हटाने की मांग दिन प्रतिदिन तेज होती जा रही है। यह बोर्ड त्रिवेंद्र सिंह रावत तमाम विरोध के बावजूद भी लेकर आए थे। माना जा रहा था कि इस बोर्ड से चारधाम समेत पहाड़ के सभी 51 मंदिरों की हालत में सुधार होगा और सभी मंदिरों में विकास भी किया जाएगा। चार धाम के तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि देवस्थानम बोर्ड पहाड़ के मंदिरों के अंदर दखलअंदाजी कर रहा है और बोर्ड की स्थापना होने के साथ ही चार धाम बोर्ड के सभी पुरोहित आंदोलन कर रहे हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी इन सभी के समर्थन में उतर आई है और आम आदमी पार्टी ने कहा है कि आप की सरकार बनते ही देवस्थानम बोर्ड को निरस्त कर दिया जाएगा। आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर बोर्ड को लेकर दोहरा रुख अपनाने का आरोप लगाया है।

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पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नवीन पिरशाली और केदारनाथ विधानसभा प्रभारी सुमंत तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों के साथ और उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। पिरशाली ने कहा कि तीर्थपुरोहित देवस्थाम बोर्ड का शुरुआत से ही विरोध कर रहे हैं। यहां तक कि वे प्रधानमंत्री को अपने खून से पत्र लिख चुके हैं। उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है और सरकार बोर्ड को भंग नहीं कर रही है। सुमंत तिवारी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के नाम पर पुरोहितों का उत्पीड़न हो रहा है। तिवारी ने कहा कि एक ओर अन्य राज्यों में भाजपा सरकार देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ है तो वहीं उत्तराखंड में बोर्ड का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री ने देवस्थानम बोर्ड को हटाने की ओर कोई भी मजबूत स्टैंड नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आप की सरकार बनते ही देव स्थानम बोर्ड को भंग किया जाएगा।