उधमसिंह नगर: फर्श पर बेजान पड़ी भेड़ों की ये तस्वीर ऊधमसिंहनगर जिले से आई है। जहां बाड़े में घुसे आवारा कुत्तों ने एक के बाद एक 78 भेड़ों को मार डाला। आवारा कुत्तों के हमले में 78 भेड़ों की जान चली गई, जबकि 16 भेड़ें बुरी तरह घायल हैं। जिस पशुपालक की भेड़ें मारी गईं, वो अब तक सदमे में है। पशुपालक ने कहा कि आवारा कुत्तों की वजह से उसकी सारी भेड़ें मारी गई। जिससे करीब आठ लाख रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित ने प्रशासन से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। वहीं सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। इलाके में कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर के बीच आवारा कुत्ते लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गए हैं। पशुपालक की भेड़ों का जो हश्र हुआ, उसे देख आस-पास के लोग डरे हुए हैं। घटना सुल्तानपुर पट्टी की है। जहां हसनपुर गांव में बाबूपाल, विनोद, अमन, दीनदयाल, जगदीश और वीरपाल संयुक्त परिवार में रहते हैं। ये सभी पशुपालक हैं। इनकी आय का जरिया भेड़ पालन है। आगे पढ़िए
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परिवार के सदस्यों की भेड़ें घर के पास बने एक बाड़े में रहती हैं। बुधवार को भी भेड़ें बाड़े में बांधी गई थी। देर रात करीब 40-50 कुत्ते बाड़े की दीवार फांदकर अंदर घुस आए और वहां बंधी 120 भेड़ों पर हमला कर दिया। भेड़ें जान बचाने के लिए यहां-वहां भागने लगीं। आवारा कुत्तों के डर की वजह से कोई भी मौके पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। कुत्तों ने 78 भेड़ों को मार डाला, जबकि 16 घायल हैं। पीड़ित परिवार ने बताया कि घटना वाले दिन घर में छह साल की बीमार बेटी की मौत हो गई थी। एक तरफ घर में बच्ची की लाश पड़ी थी, तो वहीं दूसरी तरफ आवारा कुत्ते मवेशियों को नोंच रहे थे। ग्राम प्रधान हृदयेश कुमार ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और नुकसान का जायजा लिया। अब पीड़ित पक्ष ने एसडीएम को एक ज्ञापन भेजकर आर्थिक मदद मुहैया कराने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने बताया कि आवारा कुत्ते राह चलते लोगों पर हमला करते हैं, जिस वजह से लोगों ने खेतों में जाना छोड़ दिया है। लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार की मदद की अपील की।