उत्तराखंड नैनीतालDm savin bansal reached jamira for the first time

उत्तराखंड के इस गांव में पहली बार पहुंचा कोई DM, लोगों ने दिल खोलकर किया स्वागत

देश की आजादी के बाद ये पहला मौका था, जब कि कोई अधिकारी जमीरा गांव पहुंचा था...

डीएम सविन बंसल: Dm savin bansal reached jamira for the first time
Image: Dm savin bansal reached jamira for the first time (Source: Social Media)

नैनीताल: नैनीताल का जमीरा गांव....गुरुवार का दिन इस गांव के लोगों के लिए बहुत खास था। डीएम सविन बंसल खुद गांव पहुंचे थे, ताकि ग्रामीणों की समस्याएं सुन सके। देवीधुरा ग्राम पंचायत के दूरस्थ गांव जमीरा में रहने वाले लोग बहुत खुश थे। देश की आजादी के बाद ये पहला मौका था, जब कि कोई अधिकारी उनके गांव तक पहुंचा था। गांव तक पहुंचने के लिए डीएम सविन बंसल को कड़ाके की ठंड में पांच किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ा। इतनी दिक्कतें उठाकर डीएम गांव तक पहुंचे तो गांव वालों ने भी उनकी दिल खोलकर खातिरदारी की। जिलाधिकारी और उनके साथ आए अधिकारियों को कुमाऊंनी व्यंजन परोसे। महिलाओं ने पारंपरिक पिछौड़ी पहनकर, फूल बरसा कर डीएम सविन बंसल का स्वागत किया। डीएम और अधिकारियों को खाने में भट्ट की चुड़कानी, गडेरी की सब्जी और हरी सब्जी परोसी गई। इस दौरान डीएम ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी भीं और उनका निस्तारण भी किया।

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  • जमीरा गांव में DM सविन बंसल

    DM savin bansal in jameera village of nainital
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    गुरुवार को दूरस्थ गांव जमीरा में बहुउद्देश्यीय शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें शामिल होने के लिए डीएम और दूसरे अधिकारी पांच किलोमीटर पैदल चलकर गांव तक पहुंचे। प्राथमिक स्कूल में लगे शिविर में डीएम ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। बिजली, पेयजल, सिंचाई और मनरेगा कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। डीएम ने देवीधुरा-जमीरा मोटर मार्ग निर्माण का काम तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। शिविर में आए ग्रामीणों ने बताया कि बजून पेयजल लाइन दस दिन से क्षतिग्रस्त है, जिस पर डीएम ने ईई जल संस्थान को मौके पर निरीक्षण करने को कहा। क्षतिग्रस्त पनचक्की को रिपेयर करने के निर्देश भी दिए।

  • जमीरा गांव में DM सविन बंसल

    DM savin bansal in jameera village of nainital
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    शिविर में 49 शिकायतें और समस्याएं दर्ज की गईं, जिनमें से ज्यादातर का मौके पर ही समाधान कर दिया गया। चिकित्सा विभाग की टीम ने ग्रामीणों का हेल्थ चेकअप कर उन्हें निशुल्क दवाईयां भी दीं। शिविर में सड़क, आवास, पेयजल, बिजली और पेंशन संबंधी समस्याओं का निराकरण किया गया।