उत्तराखंड हरिद्वारMinor Brother And Sister Committed Suicide in Front of Train

उत्तराखंड: मां ने कहा घर का काम करो, नाबालिग भाई-बहन ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी

ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में एक मामूली विवाद के बाद घर से नाराज होकर नाबालिग भाई बहन ने ट्रेन के आगे कूदकर जान गँवा दी। घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।

Suicide in Front of Train: Minor Brother And Sister Committed Suicide in Front of Train
Image: Minor Brother And Sister Committed Suicide in Front of Train (Source: Social Media)

हरिद्वार: मंगलवार रात पुलिस को सूचना मिली कि ट्रेन से टकराकर दो बच्चों की मृत्यु हो गई है। पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आसपास के लोगों को बुलाकर शिनाख्त किया।

Minor Brother And Sister Committed Suicide in Front of Train

ज्वालापुर में एक नाबालिग भाई-बहन ने पिछली रात सन्दिग्ध परिस्थितियों में ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मां ने बेटी को घर के कामों के लिए बोला था। इसके बाद दोनों घर से बाहर निकले और ट्रेन के सामने आत्महत्या कर ली। हालांकि, यह घटना पुलिस के सामने अभी भी अनसुलझी है।
मंगलवार की देर रात ज्वालापुर क्षेत्र में लालपुल पर रेलवे ट्रैक पर दो शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस कंट्रोल रूम की सूचना के बाद ज्वालापुर कोतवाली के एसएसआई राजेश बिष्ट और रात्रि अधिकारी उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। शवों की पहचान हुई जो कि समीर उम्र 16 वर्ष, पुत्र फ़ारुक और अलीसबा उम्र 14 वर्ष, पुत्री फ़ारुक, निवासी मोहल्ला बाबर कॉलोनी पांवधोई, ज्वालापुर हरिद्वार के थे।

माँ से नाराज होकर घर से निकले दोनों

पुलिस ने दोनों भाई-बहन के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। समीर और अलीसबा के भाई साकिब और साजिद ने बताया कि रात के समय उनकी मां ने छोटी बहन को घर के काम के लिए बुलाया था, जिसके कारण वह नाराज होकर चले गई, उसका भाई भी पीछे-पीछे गया था। फिर बाद में बड़े भाई ने समीर को फोन किया, जिसमें उसने खुदकुशी की बात कही। इसके बाद से स्वजन उनकी तलाश कर रहे थे।
ज्वालापुर कोतवाली के एसएसआई राजेश बिष्ट ने बताया कि दोनों के पिताजी पेशे से ड्राइवर हैं और घर में मामूली कहासुनी की बात सामने आई है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है और शवों का पंचनामा कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।