उत्तराखंड रुद्रप्रयागTwin Siblings Topped in Intermediate Board Exam in Agastyamuni

उत्तराखंड: जुड़वा भाई-बहन का कमाल, 12वीं बोर्ड परीक्षा में मेरिट में एक साथ बनाई जगह

अगस्त्यमुनि के जुड़वां भाई बहनों ने जिले का बढ़ाया मान बढ़ाया है, मेरिट में एक ने दूसरा स्थान तो वहीं दूसरे ने आठवां स्थान प्राप्त किया है।

Uttarakhand Board Result 2024 : Twin Siblings Topped in Intermediate Board Exam in Agastyamuni
Image: Twin Siblings Topped in Intermediate Board Exam in Agastyamuni (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: अंशुल नेगी ने 12वीं में 97 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि उनकी बहन अंशिका ने 96 प्रतिशत अंकों के साथ 8वीं रैंक प्राप्त की है।

Twin Siblings Topped in Intermediate Board Exam in Agastyamuni

उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद से कई सारे छात्रों ने अपनी सफलता का परिचय देते हुए प्रदेश की मेरिट लिस्ट में अपना नाम दर्ज कर लिया है। इसी क्रम में रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि के जुड़वां भाई बहनों के नाम अनूठी उपलब्धि जुड़ी है। यहाँ अगस्त्य पब्लिक इंटर कॉलेज जवाहर नगर के छात्र अंशुल नेगी ने 12वीं में 97 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है और उनकी बहन अंशिका नेगी ने 12वीं में 95 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश सूची में 8वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय मां शारदा देवी और पिता भरत सिंह नेगी के साथ अपने विद्यालय के समस्त अध्यापकों को दिया है।

दोनों के हैं बड़े सपने

इनके पिता भरत सिंह नेगी सरकारी सेवा में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं और मां शारदा देवी उनके ही विद्यालय में अध्यापन का कार्य कर रही है। दोनों अभिभावकों ने अपने बच्चों को हमेशा पढाई के क्षेत्र में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। अंशुल ने इस साल जेई मेंस की परीक्षा में भी सफलता प्राप्त की है। उनकी माँ ने बताया कि वह बचपन से ही वैज्ञानिक बनने का सपना देखता है और उनकी बेटी डॉक्टर बनकर जनता की सेवा करना चाहती हैं।

मोबाइल से बनाई दूरी

उनकी माँ ने बताया कि अंशुल और अंशिका के पास मोबाइल नहीं है। पूरे साल इन दोनों ने मोबाइल से दूरी बनाकर रखी। वहीं पढाई के दौरान दोनों ने गूगल से जानकारी जुटाने की बजाय किताबों का सहारा लिया या फिर किसी टाइम अपनी बड़ी बहन खुशी के मोबाइल पर यूट्यूब से विज्ञान और गणित से जुड़े टाॅपिक्स की जानकारी ली। अंशुल नेगी ने बताया कि पढ़ने का कोई तय समय नहीं होता। आपका जब मन करे तब पढ़ें और पूरे मनोयोग से पढ़ें उसी से सफलता मिलना तय है, उनका लक्ष्य सिर्फ पढ़ना था और आज उन्हें सफलता अपने इस दृढ निश्चय के साथ ही मिली है।