उत्तराखंड अल्मोड़ाVaishali harbola become lieutenant in indian army

शाबाश भुली: चौखुटिया की वैशाली सेना में बनी लेफ्टिनेंट, दुकानदार पिता का सिर गर्व से ऊंचा

बेटी ने हमेशा से अच्छे सपने बुने और उन सपनों को साकार करने चल पड़ी। आज वैशाली के कंधे पर सितारे सजे हैं

उत्तराखंड न्यूज: Vaishali harbola become lieutenant in indian army
Image: Vaishali harbola become lieutenant in indian army (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: बेटियां हैं...ये ही वो बेटियां हैं जिन्होंने अपने बुलंद हौसले से उत्तराखंड की बुलंद तस्वीर तैयार की है। ऐसी ही एक बेटी हैं वैशाली हर्बोला। वैशाली पहाड़ की वो बिटिया हैं, जिनके पिता पहाड़ में ही दुकान चलाते हैं। बेटी ने हमेशा से अच्छे सपने बुने और उन सपनों को साकार करने चल पड़ी। आज वैशाली के कंधे पर सितारे सजे हैं क्योंकि वो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है। चार साल की MNS यानी मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वैशाली सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है। वैशाली हर्बोला मूल रूप से चौखुटिया के महतगांव की रहने वाली हैं। उनके पिता हरीश हर्बोला रानीखेत के ही सुभाष चौक में दुकान चलाते हैं। वैशाली की मां माता मंजू देवी एक कुशल गृहिणी हैं। वैशाली ने अपनी शुरुआती पढ़ाई रानीखेत के कनोसा कॉन्वेंट से पूरी की।

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इसके बाद उन्होंने केंद्रीय विद्यालय से इंटर पास किया और इसके बाद एमएनएस के लिए आवेदन किया। खास बात ये रही कि वैशाली पहले ही प्रयास में सफल हो गईं। अब बारी ट्रेनिंग की थी। मुंबई के कोलावा में चार साल की कठिन ट्रेनिंग के बाद वैशाली अब लेफ्टिनेंट बनकर निकली। बेटी के कंधे पर स्टार सज गए और माता-पिता गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पूरे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। वैशाली को पहली पोस्टिंग पंजाब के अंबाला में मिली है। पासिंग आउट परेड में वैशाली के माता-पिता भी आए थे और उन्होंने खुद अपनी बेटी के कंधे पर सितारे लगाकर उसे सेना को समर्पित किया। राज्य समीक्षा की टीम की तरफ से वैशाली को आसमान भर शुभकामनाएं। इसी तरह से जिंदगी के सफर में सफलताओं के झंडे गाड़ती रहें।