अल्मोड़ा: पहाड़ में लगातार जारी बर्फबारी जानलेवा साबित हो रही है। आपको याद होगा, मंगलवार की रात मुनस्यारी में एक महिला और उसके दो बच्चे भारी बर्फबारी के बीच फंस गए थे। तीनों ने एक गुफा में भूखे-प्यासे रहकर रात बिताई। बुधवार सुबह तक तीनों की हालत खराब थी। एक आदमी ने उनकी मदद ना की होती तो वो तीनों बच नहीं पाते। तीनों खुशकिस्मत थे, कि उन्हें समय रहते मदद मिल गई। जिससे उनकी जान बच गई। पर अल्मोड़ा में रहने वाला 45 साल का किशन सिंह इतना खुशकिस्मत नहीं रहा। बुधवार को भारी बर्फबारी के दौरान वो रास्ते में फंस गया था। काफी देर तक ठंड में रहने और बर्फ में फंसे होने की वजह से उसकी जान चली गई। ये दुखद घटना जागेश्वर के पनुवानौला इलाके की है। जहां धौलादेवी ब्लॉक के आरतोला दूरभाष केंद्र पर काम करने वाले एक ऑपरेटर की बर्फबारी में फंसकर मौत हो गई। गुरुवार को उसकी लाश कमरे से करीब तीन सौ मीटर दूर पड़ी मिली
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किशन सिंह हवालबाग ब्लॉक के बजगांव का रहने वाला था। वो आरतोला में एक ठेकेदार के साथ दूरभाष केंद्र पर ऑपरेटर का काम करता था। बुधवार की शाम किशन सिंह किसी काम से घर से निकला, लेकिन भारी बर्फबारी के बीच रास्ते में फंस गया। रास्ता सुनसान होने की वजह से उसे मदद भी नहीं मिल सकी। किशन सिंह की रास्ते में ही मौत हो गई। सुबह एक ट्रक चालक ने किशन सिंह की लाश सड़क किनारे पड़ी देखी। सूचना मिलते ही राजस्व पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। राजस्व पुलिस ने बताया कि किशन सिंह अपने कुछ साथियों के साथ किराये के मकान में रहता था। बुधवार को उसके साथी अपने घर लौट गए थे, किशन सिंह घर में अकेला था। शुरुआती जांच में मौत की वजह अत्यधिक ठंड लगना बताई जा रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।