चमोली: चमोली की डीएम स्वाति एस भदौरिया जिले में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। उनकी कोशिशों के अच्छे नतीजे भी दिख रहे हैं। चमोली में स्थानीय उत्पादों की मंडी लगने लगी है। छोटे औद्योगिक संस्थानों का संचालन भी हो रहा है। हाल ही में डीएम स्वाति एस भदौरिया ने क्षेत्र में चल रही मिनी औद्योगिक इकाईयों का निरीक्षण किया। उन्होंने इकाईयों के संचालन में आ रही परेशानियों के बारे में जाना। अधिकारियों को परेशानी दूर करने के निर्देश दिए। जिन उद्यमियों ने जमीन आवंटन के बाद भी औद्योगिक इकाईयां नहीं लगाईं। डीएम स्वाति भदौरिया ने उनके आवंटन तत्काल निरस्त करने को कहा। बता दें कि कालेश्वर क्षेत्र में लघु उद्योगिक इकाईयों का संचालन किया जा रहा है। प्रशासन के सहयोग से यहां पर कैरीबैग, फ्रूट प्रोसेसिंग, फर्नीचर, बेकरी, रेडीमेड गारमेंट्स और कॉस्मेटिक संबंधी इकाईयों का संचालन हो रहा है।
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कालेश्वर में निरीक्षण के लिए पहुंची डीएम ने प्रोडक्ट्स की जानकारी ली। साथ ही उद्यमियों से कहा कि वो अपने यहां स्थानीय लोगों को ही रोजगार उपलब्ध कराएं, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति सुधरे। प्रोडक्ट की अच्छी ब्रांडिंग भी करें। उद्यमियों ने डीएम से बिजली की नियमित आपूर्ति ना होने की शिकायत की। जिस पर डीएम ने कहा कि इस संबंध में विद्युत विभाग को लेटर लिखा जाएगा, समस्या के जल्द समाधान के प्रयास किए जाएंगे। जिन उद्यमियों ने जमीन मिलने के बाद भी उद्योग नहीं लगाए उनके आवंटन निरस्त किए जाएंगे। डीएम ने जिला उद्योग केंद्र के सहायक प्रबंधक को ऐसे उद्यमियों का आवंटन निरस्त करने के निर्देश दिए। आपको बता दें कि कालेश्वर में 66 प्लॉट में से 60 प्लॉट अलग-अलग इकाईयों की स्थापना के लिए आवंटित किए गए थे। जिनमें से कुछ ही प्लॉट पर औद्योगिक इकाईयां संचालित की जा रही हैं। डीएम स्वाति एस भदौरिया ने उद्यमियों को हरसंभव मदद देने का भी आश्वासन दिया।