उत्तराखंड रुद्रपुरPolice exposed chadar gang in rudrapur

उत्तराखंड पुलिस की गिरफ्त में आया वो शातिर गैंग, जिसे 7 राज्यों की पुलिस ढूंढ रही थी

गैंग के सदस्य चोरी के मोबाइल नेपाल में ठिकाने लगाते थे, इन्होंने 7 राज्यों की पुलिस की नाक में दम किया हुआ था...पढ़ें पूरी खबर

chadar gang exposed: Police exposed chadar gang in rudrapur
Image: Police exposed chadar gang in rudrapur (Source: Social Media)

रुद्रपुर: उत्तराखंड पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। चादर गैंग के जिन शातिर अपराधियों की तलाश में 7 राज्यों की पुलिस यहां-वहां की खाक छान रही थी, उन्हें उत्तराखंड पुलिस ने रुद्रपुर में धर दबोचा। चादर गैंग के 3 सदस्य ऊधमसिंहनगर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। तीनों आरोपियों से चोरी के 20 मोबाइल भी बरामद हुए हैं। गैंग के सरगना समेत 6 लोग अब भी फरार हैं। चादर गैंग मोबाइल शॉप में चोरी करता था। चोरी के मोबाइल नेपाल में ठिकाने लगाए जाते थे। ये गैंग गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली और झारखंड जैसे राज्यों में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। 7 राज्यों की पुलिस पिछले कई सालों से गैंग की तलाश कर रही थी। चादर गैंग का पर्दाफाश कैसे हुआ ये भी बताते हैं। रुद्रपुर में बीती 24 अक्टूबर की रात मोबाइल शॉप में चोरी हुई थी। दिवाली से ठीक तीन दिन पहले गैंग के सदस्यों ने रुद्रपुर बाजार में स्थित मोबाइल के शोरूम से 40 लाख के मोबाइल उड़ा लिए।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में गिरफ्तार हुआ पूर्व सैनिक, सेना भर्ती के नाम पर ने युवाओं से ठगे लाखों रुपये
उत्तराखंड पुलिस इनकी तलाश में हरियाणा गई और तीनों आरोपियों को गुड़गांव में धर दबोचा। आरोपियों ने शोरूम में चोरी का गुनाह कबूला है। उन्होंने बताया कि वारदात में 9 लोग शामिल थे। चोरी के मोबाइल नेपाल में बेचे गए। चोरी के खुलासे के लिए पुलिस की 6 टीमें बनाई गई थीं, जिनमें से एक टीम अब भी फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। गैंग के सभी सदस्य बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि एक गिरोह में 7 से दस सदस्य होते हैं। वारदात के लिए निकलते वक्त आरोपी अपने मोबाइल घर पर ही छोड़ देते थे। गैंग को आरोपी समीर उर्फ चेलुवा, सलमान उर्फ बेलुवा और रियाज उर्फ रियाजुद्दीन नाम के आरोपी चला रहे हैं। चोरी से पहले सदस्यों को बकायदा 6 दिन की ट्रेनिंग भी दी जाती है। वारदात को अंजाम देते वक्त सभी कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे। आरोपियों ने पुलिस, पुलिस गाड़ी, चोरी करने की जगह और चोरी के सामान के लिए कोडवर्ड बनाए हुए थे। पुलिस ने गैंग के सदस्य मुन्ना देवान, मो. टिमना, लालबाबू गोसाई को पकड़ लिया है। गैंग का सरगना समीर उर्फ चेलुवा, सलमान उर्फ बेलवा, रियाज उर्फ रियाजुद्दीन सहित गैंग के सदस्य नसरुद्दीन, अजय सुनार, संतोष उर्फ संतोषा फरार चल हैं। पुलिस ने फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है।