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उत्तराखंड रोडवेज के अधिकारी का ऑडियो वायरल- ‘साहब यहां आओ, पूरा डिपो बेच खाएंगे’

कंडेक्टर ने एजीएम से कहा ‘साहब! आप काशीपुर आ जाओ, पूरा डिपो बेच खाएंगे’, एक महीने बाद ही सैनी काशीपुर पहुंच भी गए...

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Image: roadways agm’s audio viral (Source: Social Media)

देहरादून:

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उत्तराखंड रोडवेज गजब है। रोडवेज के ड्राइवर नशे में धुत मिलते हैं, बसों में शराब की तस्करी होती है और तो और रोडवेज के अधिकारी पचास-सौ रुपये की रिश्वत के लिए ईमान बेच देते हैं। उत्तराखंड में इन दिनों एक रोडवेज अधिकारी का ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है। ऑडियो क्लिप में काशीपुर डिपो के एजीएम एक कंडेक्टर से रिश्वत की डिमांड करते सुने गए। एजीएम पर रूट पर ड्यूटी लगाने के एवज में एक कंडेक्टर से रिश्वत मांगन के आरोप लगा है। ऑडियो क्लिप देहरादून में रोडवेज मुख्यालय तक पहुंच गई है। इस मामले में रोडवेज के प्रबंध निदेशक ने हल्द्वानी के मंडलीय प्रबंधक से जांच करने को कहा है। साथ ही जांच रिपोर्ट मंगलवार तक देने के भी निर्देश दिए। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूरा मामला क्या है, ये भी बताते हैं। जो क्लिप वायरल हुई है, उसमें अनिल सैनी की आवाज है। अनिल सैनी काशीपुर डिपो में एजीएम हैं। आरोप है कि मोबाइल पर बातचीत के दौरान एजीएम अनिल सैनी दूसरे शख्स से रूट पर ड्यूटी लगाने के बदले रिश्वत मांग रहे हैं।

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बात कर रहे शख्स ने ये भी कहा कि वो एक बार 50 रुपये दे चुका है, दूसरी बार सौ रुपये दिए। ये सुनकर एजीएम साहब गुस्सा हो जाते हैं और कहते हैं कि रूट पर जितने दिन गाड़ी चलेगी, उतने दिन का पैसा देना होगा। एजीएम साहब का बढ़ता लालच देख दूसरा शख्स ये भी कहता है कि ‘साहब आप काशीपुर आ जाओ, पूरा डिपो बेच खाएंगे’। क्लिप सात महीने पुरानी है। कमाल की बात ये है कि इस बातचीत के कुछ ही दिन बाद सैनी को काशीपुर डिपो का एजीएम बना दिया गया। ये क्लिप सैनी के चार्ज लेने से पहले की बताई जा रही है। वो छह महीने पहले ही काशीपुर डिपो के एजीएम बने हैं। जिस वक्त ये क्लिप बनी उस वक्त अनिल सैनी हल्द्वानी मंडल के चेकिंग स्क्वॉयड में यातायात अधीक्षक के पद पर थे। ऑडियो में जिस दूसरे शख्स की आवाज है वो कुमाऊं मंडल में परिवहन निगम में कांट्रेक्ट पर चल रही मैक्सी-कैब का संचालक है। कैब संचालक रूट पर चेकिंग से बचने के लिए रिश्वत देते हैं। ताकि 7 की बजाय 9 सवारी बैठा सकें। इनके खिलाफ टिकट ना देने की शिकायतें भी मिलती है। ड्यूटी लगाने से लेकर रूट चेंकिंग तक में जमकर भ्रष्टाचार होता है। हैरानी वाली बात ये है कि संचालक ने अनिल सैनी को काशीपुर डिपो बेच खाने का ऑफर दिया, और इसके एक महीने बाद ही सैनी काशीपुर डिपो में एजीएम बनकर आ भी गए। मामला अब रोडवेज प्रबंधन के पास है। प्रबंधन ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।