उत्तराखंड चमोलीjoshimath snake bite four year old girl

पहाड़ में दुखद घटना: घर में खेल 4 साल की मानसी को सांप ने डसा, गांव में पसरा मातम

4 साल की मानसी की मौत का जिम्मेदार कौन है? अस्पताल प्रबंधन पर जो आरोप लगे हैं उनकी जांच होनी चाहिए, ताकि मासूम को इंसाफ मिल सके..

उत्तराखंड न्यूज: joshimath snake bite four year old girl
Image: joshimath snake bite four year old girl (Source: Social Media)

चमोली: एक दुखद खबर चमोली के जोशीमठ से आ रही है। जहां घर के पास खेल रही 4 साल की बच्ची को सांप ने डस लिया। परिजन बच्ची को तुरंत अस्पताल लेकर गए, पर अफसोस कि बच्ची की जान बच नहीं सकी। इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत से गांव में मातम पसरा है। परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सीएचसी प्रबंधन ने बच्ची के इलाज में लापरवाही बरती। परिजनों के साथ बुरा व्यवहार किया। मामले को गंभीरता से लिया गया होता, तो बच्ची की जान बच सकती थी, पर ऐसा हुआ नहीं। घटना जोशीमठ के सलूड गांव की है। जहां सांप के काटने से 4 साल की मासूम की मौत हो गई। गुरुवार को 4 साल की मानवी घर के आंगन में खेल रही थी। बस यही वो आखिरी समय था जब परिवार वालों ने उसे हंसते-खिलखिलाते देखा था। इसी बीत दरवाजे पर एक सांप आया और मानवी को डस लिया। बच्ची बेहोश होकर नीचे गिर गई। उसकी हालत बिगड़ने लगी। ये देख परिजन उसे तुरंत सीएचसी अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टर्स ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।

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परिजन उसे हायर सेंटर ले जा पाते इससे पहले ही हंसती-खेलती मानवी ये दुनिया छोड़कर चली गई। बच्ची के मौत से परिजन सदमे में हैं। उन्होंने सीएचसी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों ने कहा कि सही समय पर इलाज होता तो उनकी बच्ची की जान बच जाती। पर डॉक्टरों ने ऐसा किया नहीं। इलाज के अभाव में उनकी बच्ची ने उनके सामने ही दम तोड़ दिया। जिस इलाके में ये घटना हुई है, वहां पिछले साल भी एक बच्ची की सांप के काटने से मौत हो गई थी। वहीं वन क्षेत्राधिकारी का कहना है कि सांप के डसने से हुई मौत पर 3 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है। कागजी कार्रवाई पूरी होने पर मुआवजा दे दिया जाएगा। पर बड़ा सवाल ये है कि क्या मुआवजे के इस मरहम से पीड़ित परिवार के घाव भर जाएंगे? उनकी बच्ची लौट आएगी? उनके जीवन का सूनापन खत्म हो जाएगा? अस्पताल प्रबंधन ने अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह निभाई होती तो शायद आज मानसी परिवार के बीच होती, पर अफसोस कि ऐसा हुआ नहीं।