हरिद्वार: उत्तराखंड में गंगाजल भरने के लिए गंगा में उतरे दो मासूम नदी के तेज बहाव में बह गए। दोनों बच्चे बोतल में गंगाजल भर रहे थे, इसी दौरान उनके हाथ से बोतल छूट गई, जिसे लेने के लिए दोनों मासूम गंगा के गहरे पानी में उतर गए और देखते ही देखते नदी उन्हें ले डूबी। दोनों बच्चे सगे भाई हैं, उनका अब तक पता नहीं चल सका है। बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हादसे की सूचना मिलने पर उनके रिश्तेदार भी हरियाणा से हरिद्वार पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक हरियाणा के पलवल से एक परिवार गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आया हुआ था, इसी दौरान एक ही परिवार के दो बच्चे हादसे का शिकार हो गए। दोनों बच्चे लापता हैं, पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पलवल निवासी सुरेश और उनके साले धर्मवीर का परिवार शनिवार को गंगा स्नान करने के लिए हरिद्वार आया हुआ था। इन दिनों बच्चों की छुट्टी है, ऐसे में परिवारवालों ने सोचा कि हरिद्वार जाकर गंगा दर्शन कर आएं, पर यहां अनहोनी उनका इंतजार कर रही थी। आगे पढ़िए
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रविवार शाम उन्हें वापस लौटना था, ऐसे में सुरेश का 14 वर्षीय बेटा दीपू और 12 साल का अंशुल अपने मामा धर्मवीर के बेटे नीत और प्रीत के साथ घाट पर गए और बोतल में गंगाजल भरने लगे। तभी बोतल उनके हाथ से छूट गई, तीनों बच्चे उसे पकड़ने के लिए गंगा में आगे बढ़े और डूबने लगे। इसी बीच वहां मौजूद साधु ने एक बच्चे को किसी तरह बचा लिया, पर दीपू और अंशुल गंगा के तेज बहाव में बह गए। घाट पर खड़े प्रीत ने इस बारे में तुरंत परिजनों को सूचना दी। बाद में परिजनों के साथ ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों बच्चों की तलाश शुरू की, पर देर शाम तक उनका कुछ पता नहीं चल पाया। दीपू कक्षा 8 में पढ़ता है, जबकि छोटा भाई अंशुल कक्षा 6 का छात्र है। उनके पिता सुरेश किसान हैं। अचानक हुए इस हादसे ने उनके परिवार को तोड़कर रख दिया है। परिजन बिलख रहे हैं और किसी चमत्कार के लिए प्रार्थना कर रहे हैं, दोनों बच्चों की सलामती के लिए दुआएं मांग रहे हैं। सोमवार को दोनों मासूमों की तलाश के लिए पुलिस दोबारा रेस्क्यू अभियान चलाएगी।