उत्तराखंड देहरादूनRTO SPEED GUN DEHRADUN

देहरादून में ओवर स्पीड गाड़ियों पर लगाम लगाएगी ‘स्पीड गन’..RTO ने तैयार किया प्लान

ओवर स्पीडिंग रोकने के लिए परिवहन विभाग आरटीओ को हाइटेक इंटरसेप्टर देगा, जो कि स्पीड गन से लैस होगा...जानिए प्लान की खास बातें...

उत्तराखंड: RTO SPEED GUN DEHRADUN
Image: RTO SPEED GUN DEHRADUN (Source: Social Media)

देहरादून: राजधानी देहरादून में रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग ने नया तोड़ निकाला है, ओवर स्पीडिंग रोकने के लिए अब आरटीओ हाई टेक्नीक से लैस इंटरसेप्टर की मदद लेगा। बेलगाम वाहनों पर नकेल कसने के लिए आरटीओ जल्द ही एक इंटरसेप्टर को अपने बेड़े में शामिल करेगा। इसमें लगी स्पीड गन की मदद से ओवर स्पीड गाड़ियों का पता लगाया जाएगा, और उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक की बढ़ती समस्या पर काबू पाने के लिए अब आरटीओ हाई तकनीक वाली इंटरसेप्टर का इस्तेमाल करेगा। इंटरसेप्टर पर लगी स्पीड गन की मदद से आरटीओ ओवर स्पीड वाहनों की रफ्तार चेक कर सकेगा, जिससे ऐसे वाहनों को पकड़ पाना आसान होगा। आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि परिवहन विभाग की तरफ से आरटीओ को इंटरसेप्टर मिलने जा रही है। ये इंटरसेप्टर स्पीड गन से लैस होगी, जिससे किसी भी गाड़ी को टारगेट कर उसकी स्पीड का पता लगाया जा सकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे बेलगाम रफ्तार पर लगाम कसने में मदद मिलेगी। रफ्तार के कहर को रोकने के लिए परिवहन विभाग ने कोशिशें शुरू कर दी हैं, उम्मीद है इसके अच्छे नतीजे जल्द ही देखने को मिलेंगे।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढें - गढ़वाल आयुक्त को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी...केंद्रीय मंत्री निशंक के PS बन सकते हैं
बेकाबू रफ्तार पर लगाम लगेगी तो हादसे भी कम होंगें साथ ही ट्रैफिक से बोझ से दबी दून सिटी भी खुलकर सांस ले सकेगी। बात करें देहरादून की तो इस वक्त राजधानी ट्रैफिक के लगातार बढ़ रहे दबाव से हांफ रही है। ओवर स्पीडिंग रोकने के लिए प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस ने कोशिशें तो खूब कीं, लेकिन इन कोशिशों का असर नहीं दिख रहा। बेकाबू रफ्तार आए दिन हो रहे सड़क हादसों की वजह बन रही है, लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। रफ्तार के शौकिन काबू में नहीं हैं, इनके सामने ट्रैफिक पुलिस भी लाचार नजर आती है। सड़क हादसों को रोकने और ओवर स्पीडिंग के खिलाफ प्रशासन कई बार अभियान चला चुका है। लोगों को जागरूक करने के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड भी लगे हैं, पर इन पर ध्यान देने की फुर्सत किसी को नहीं।