उत्तराखंड चमोलीWedding in snowfall in uttarakhand

जोशीमठ में बर्फबारी के बीच यादगार शादी, 12 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंची बारात

जोशीमठ में भारी बर्फबारी के बीच दूल्हा अपनी दुल्हन को लेने उसके गांव तक पैदल गया। इस दौरान दूल्हे और बारातियों को 12 किलोमीटर तक का सफर पैदल तय करना पड़ा।

उत्तराखंड: Wedding in snowfall in uttarakhand
Image: Wedding in snowfall in uttarakhand (Source: Social Media)

चमोली: पूरे रास्ते पर बर्फ जमी थी, लेकिन बारातियों का उत्साह देखने लायक था। उत्तराखंड में इन दिनों भारी बारिश और बर्फबारी हो रही है, लेकिन बर्फबारी के बावजूद शादियों की रौनक और लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। बर्फबारी के बीच जोड़े सात फेरे लेकर एक-दूसरे से जन्म-जन्मांतर तक साथ निभाने का वादा कर रहे हैं। जोशीमठ में भी भारी बर्फबारी के बीच दूल्हे लक्ष्मण ने दुल्हन सोनी का हाथ थाम कर सात जन्म तक साथ निभाने का वादा किया। उर्गम घाटी के देवग्राम में बर्फ से ढके रास्ते को पार कर दूल्हा बारात के साथ दुल्हन के गांव पहुंचा और शादी की रस्में निभाईं। इन दिनों बर्फबारी की वजह से ज्यादातर सड़कें बंद हैं, गांवों का एक-दूसरे से संपर्क कटा है, ऐसे में दुल्हन के गांव तक पहुंचने के लिए बारात को 12 किलोमीटर तक का पैदल सफर करना पड़ा।

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कई किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बारात किमाणा गांव पहुंची। इस दौरान बर्फ गिरती रही, लेकिन बारातियों का जोश कम नहीं हुआ। बर्फबारी के बीच ही दूल्हे लक्ष्मण ने दुल्हन सोनी के साथ सात फेरे लिए और शादी की दूसरी रस्में पूरी की। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में ऐसी बर्फबारी करीब पांच साल बाद हुई है। पहाड़ों के साथ-साथ घरों और खेतों में बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है। हेलंक-उर्गम और ल्यारी-कल्पेश्वर मोटर मार्ग पूरी तरह बर्फ से ढका है। उर्गम घाटी के देवग्राम, उर्गम, बड़गिंडा, ल्यारी, थेंणा में लगभग दो फीट बर्फ जमी हुई है। लोग पीने के पानी के लिए प्राकृतिक जलस्त्रोतों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये सच है कि बर्फबारी ने लोगों की परेशानियां बढ़ाई हैं, लेकिन बर्फबारी के बीच हो रही शादियां लोगों को खुशी मनाने का मौका भी दे रही हैं।