देहरादून: पहाड़ों की रानी मसूरी नए साल के जश्न के लिए दुल्हन की तरह सज गई है। आस-पास के राज्यों के पर्यटक नए साल के स्वागत के लिए मसूरी पहुंचने लगे हैं। अगर आप भी नए साल के स्वागत के लिए मसूरी जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए हमारे पास कुछ खास है। यहां हम आपको मसूरी की ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां जाए बिना आपकी मसूरी यात्रा पूरी नहीं होगी। यकीन मानिए एक बार इन खूबसूरत वादियों का दीदार कर लिया तो आप यहीं के होकर रह जायेंगे। आइए आपको इन आपको इन दिलकश जगहों के बारे में जानकारी दे देते हैं।
ये भी पढ़ें:
मसूरी लेक

मसूरी लेकर पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। यहां बच्चों से लेकर बड़ों तक के मनोरंजन के लिए काफी कुछ है। मसूरी से 6 किलोमीटर पहले पड़ने वाली मसूरी लेक में टूरिस्ट बोटिंग का मजा ले सकते हैं। शॉपिंग की प्लानिंग कर रहे हैं तो माल रोड आपके लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है। यहां गर्म कपड़ों से लेकर एंंटिक ज्वैलरी तक की शॉपिंग की जा सकती है।
ये भी पढ़ें:
लाल टिब्बा

रोपवे से मसूरी की वादियों को निहारने का मन है तो लाल टिब्बा चले आइए, जो कि मसूरी का हाइएस्ट प्वाइंट है। यहां 20 मीटर ऊंचे टावर पर एक पुराना टेलिस्कोप रखा है, जिसके जरिए आप पहाड़ों को करीब से निहार सकते हैं। गन हिल से भी आप मसूरी की खूबसूरती देख सकते हैं। गनहिल पर रोपवे के जरिए पहुंचा जा सकता है। यह पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है।
ये भी पढ़ें:
जॉर्ज एवरेस्ट

यहां आप सर जॉर्ज एवरेस्ट का घर देख सकते हैं। सर जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर ही सबसे ऊंची चोटी का नाम माउंट एवरेस्ट पड़ा। इसी घर में साल 1832 से लेकर 1843 के बीच भारत की कई ऊंची चोटियों की खोज हुई। कॉनेल सर जॉर्ज एवरेस्ट वेल्स सर्वेक्षक और भौगोलिक थे। इस घर से हिमालय की बर्फ से ढंकी चोटियों के साथ-साथ दून घाटी का विहंगम नजारा दिखता है, जिसे देखने के लिए हर दिन सैकड़ों पर्यटक यहां पहुंचते हैं।
ये भी पढ़ें:
कैम्पटी फॉल

बहते झरने के साथ प्रकृति की खूबसूरत कलाकारी देखनी है तो कैंपटी फॉल चले आईए। ये वॉटरफॉल 40 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता और अलग-अलग धाराओं में बंट जाता है। गर्मी के मौसम में यहां पर्यटक नहाने का मजा लेते हैं। बच्चे यहां टॉय ट्रेन का मजा ले सकते हैं।
ये भी पढ़ें:
कैमल बैक रोड

सड़क पर पैदल चलने का मजा लेना चाहते हैं तो कैमल बैक रोड चले आइए। कुल 3 किलोमीटर लंबी ये रोड रिंक हॉल के समीप कुलरी बाजार से शुरू होती है और लाइब्रेरी बाजार पर जाकर खत्म होती है।मसूरी पब्लिक स्कूल से कैमल रॉक जीते जागते ऊंट जैसी लगती है। इस सड़क पर पैदल चलना या घुड़सवारी करना अच्छा लगता है। हिमालय में सूर्यास्त का दृश्य यहां से सुंदर दिखाई पड़ता है। ये पर्यटकों की फेवरेट रोड में से एक है।