रुद्रप्रयाग: देवभूमि के गांवों की मिट्टी में ऐसे लाल पैदा हुए हैं, जो उत्तराखंड के साथ साथ देश के कई अहम और जिम्मेदार पदों पर बैठे हैं। चाहे आप जनरल बिपिन रावत की बात करें, एनएसए अजित डोभाल की बात करें या खुफिया एजेंसी रॉ के चीफ अनिल धस्माना की बात करें। ये सारे दिग्गज पहाड़ के गावों से ही निकलकर आए हैं। इस बीच न्याय के क्षेत्र में भी उत्तराखंड को एक दिग्गज मिला है। तुंगनाथ महादेव के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ गांव में पले बढ़े रविन्द्र मैठाणी के जल्द ही उत्तराखंड हाईकोर्ट में जज की गद्दी संभालेंगे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उनके नाम पर मुहर लगाई है। रुद्रप्रयाग जिले के मक्कूमठ गांव में इसके बाद से खुशी की लहर है। साफ और पारदर्शी छवि के न्यायिक अधिकारी के रूप में प्रसिद्धि पा चुके रविद्र मैठाणी ने अपना बचपन इसी गांव में बिताया है।
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गोपेश्वर महाविद्यालय से उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की और इसके बाद कानून की दुनिया में कदम रखा। रविंद्र मैठाणी डिस्ट्रिक एंड सेशन जज रह चुके हैं। न्याय क्षेत्र में काम करने का उनके पास एक लंबा अनुभव है। ये ही अनुभव काम आया और सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उनका नाम फाइनल करने में जरा भी देर नहीं की। रविद्र मैठाणी के अलावा रमेश चंद्र खुल्बे और नारायण सिंह धानिक को भी उत्तराखंड हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड हाईकोर्ट में जज के चार पद खाली हैं और काफी वक्त से इन पदों को लेकर मंथन चल रहा था। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने श्री रविंद्र सिंह मैठाणी, श्री नारायण सिंह धानिक और श्री रमेश चंद्र खुल्बे के नामों पर मुहर लगाई है। राज्य समीक्षा की टीम की तरफ से आपको हार्दिक शुभकामनाएं।
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