उत्तराखंड army chief bipin rawat wrans pakistan for stone pelting

'उत्तराखंड के सपूत की शहादत बेकार नहीं जाएगी'... जनरल बिपिन रावत ने दी पाकिस्तान को खुली चेतावनी

जनरल रावत ने कहा कि पत्थरबाजों ने एक जवान को पत्थर से हमला कर मार डाला। फिर भी लोग कहते हैं कि पत्थरबाजों को आतंकी ना माना जाए ?

rajendra singh bungla: army chief bipin rawat wrans pakistan for stone pelting
Image: army chief bipin rawat wrans pakistan for stone pelting (Source: Social Media)

: अलगाववादी बाज नहीं आ रहे और कश्मीर में पहली बार ऐसा हुआ कि दरिंदगी की हदें पार कर पत्थरबाजों ने पत्थर मार मार कर किसी जवान को मार डाला है। इसके बाद भी धर्म और जात के नाम पर... कुछ पार्टियां हैं जो पत्थरटबाजों का समर्थन करती हैं... कभी 'भटके हुए' नौजवान कहकर तो कभी भीड़ में जान-बूझ कर खड़े किये गए बच्चों की दुहाई देकर। पत्थरबाजों पर एक्शन लो, तो गढ़वाल राइफल पर FIR दर्ज होती है। कश्मीर में पत्थरबाजों पर कार्रवाई करो, तो देश का जवान शहीद होता है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब पत्थरबाजों की वजह से देश की सेना के जवान को शहीद होना पड़ा। राजेंद्र के मा-पिता बदहवास हालत में हैं। पिथौरागढ़ के बडेना गांव के शहीद राजेन्द्र बुंगला का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो मां बदहवास हो गई और पिता बेहोश हो गए। शहीद की तीन बहनों की चीख पुकार से पूरा गांव रोने लगा। जनरल बिपिन रावत ने भी पहाड़ के इस बेटे की शहादत पर पकिस्तान को चेतावनी दे दी है।

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भारतीय थल सेना प्रमुख उत्तराखंड के जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। रावत ने कश्मीर में राजेंद्र की मौत को लेकर सीधा पकिस्तान को दोषी ठहराया। पाकिस्तान पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आ जाए, नहीं तो सेना के पास अभी सभी विकल्प खुले हैं। जनरल बिपिन रावत इन्फैंट्री दिवस पर दिल्ली में इंडिया गेट स्थिति अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने आये थे, जहां उन्होंने पकिस्तान को जवान की शहादत पर चेतावनी दी और कहा कि पाकिस्तान अच्छी तरह से यह बात जानता है कि वह अपने नापाक इरादों में कभी कामयाब नहीं होगा। जनरल ने कहा कि पत्थरबाजों ने एक जवान को पत्थर से हमला कर मार डाला। फिर भी लोग कहते हैं कि पत्थरबाजों को आतंकी ना माना जाए?

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पिथौरागढ़ में शुक्रवार और शनिवार को शहीद राजेंद्र सिंह बुंगला के गांव बडेना गांव के लोग भूखे रहे। किसी भी घर पर ना तो चूल्हा जला और ना ही भोजन बना। अपने बहादुर शहीद बेटे को आख़िरी बार देख कर विदा देने के लिए को हर किसी की भूख प्यास ख़त्म हो गयी थी। तिरंगे में लिपटा बेटा घर आया तो हर किसी ने उसे सलाम किया। शहीद राजेंद्र के गांव का ये विडियो देखिये...

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