उत्तराखंड देहरादूनhomeguard jawan show honesty in dehradun

देहरादून: होमगार्ड ने निभाया वर्दी का फर्ज, अपनी ईमानदारी से जीता सभी का दिल

होमगार्ड...शायद इस खबर को पढ़ने के बाद आप दिल से उन जवानों की इज्जत करेंगे, जो बेहद ही कम तनख्वाह में ड्यूटी पर तैनात रहते हैं।

dehradun home guard: homeguard jawan show honesty in dehradun
Image: homeguard jawan show honesty in dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: कहते हैं कि नेक काम करते रहिए और नेकी के रास्ते को कभी दागदार मत होने दीजिए। एक ना एक दिन आपकी ईमानदारी आपके ही काम आएगी। आज हम आपको जिस नेकी और ईमानदारी के बारे में बताने जा रहे हैं, वैसे ये महज़ एक छोटा सा किस्सा है, लेकिन देशभर के तमाम पुलिसवालों के लिए एक सीख भी है यूं तो कुछ लोगों की गलत नीयत की वजह से कई बार वर्दी पर दागदार हुई है, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते है जो इस वर्दी का मान बढ़ाते है। ऐसे ही एक नेकदिल सिपाही हैं देरादून में यातायात पुलिस में तैयात होमगार्ड दिनेश। उत्तराखंड के तमाम जिलों में पुलिस की तरह होमगार्ड भी ड्यूटी पर तैनात रहते है। वो पुलिसकर्मी की तरह ही यातायात व्यवस्था को संभाल रहे है। आम जनता भी देखती इन होमगार्ड्स को अपना दायित्व निभाते देखती है।

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हाल ही में देहरादून के रिस्पना पुल पर जो हुआ उसने होमगार्ड दिनेश को लेकर यहां से गुजरने वाले लोगों का नजरिया बदल दिया। दरअसल एक शख्स होमगार्ड दिनेश के पास आया और उसने बताया कि उसका मोबाइल और पर्स कही गिर गया है। पर्स में मोबाइल, एटीएम, पासपोर्ट और कई अहम दस्तावेज रखे हुए थे। ज़रूरी सामान खो जाने की परेशानी उस शख्स के चेहरे पर साफ झलक रही थी। इसके बाद वो शख्स वहां से निकल गया और अपने दस्तावेजों की खोजबीन में जुट गया। होमगार्ड दिनेश ने उन्हें मदद का भरोसा दिलाया और खोजबीन में जुट गए। तत्तपरता दिखाते हुए होमगार्ड दिनेश ने रिस्पना पुल पर खड़े ऑटो और बिक्रम चालकों से पूछताछ की। काफी खोजबीन करने के बाद आखिरकार पर्स और मोबाईल रिस्पना पुल में सड़क के किनारे मिला।

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पर्स में उस शख्स के तमाम जरुरी डॉक्यूमेंट, मोबाइल, पासपोर्ट, एटीएम और साढ़े पांच हजार रुपये थे साथ ही मोबाइल भी था। आम तौर पर इतनी सब चीजें हाथ लग जाएं तो हर किसी की नीयत बिगड़ जाती है। लेकिन सलाम है होमगार्ड दिनेश को। उन्होंने इसके बाद फोन किया और परेशान शख्स को अपने पास बुलाया। जब उस शख्स के हाथों में अपना बेशकीमती सामान आया, तो वो खुशी से फूला नहीं समाया। उसने दिल खोल कर होमगार्ड दिनेश की तारीफ कर दी। ये महज़ एक सीख है देशभर के उन लोगों के लिए, जो अपने फर्ज के प्रति वफादार नहीं होते। होमगार्ड दिनेश को इस शानदार काम के लिए राज्य समीक्षा की टीम की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं। इसी तरह से काम कीजिए और पुलिस की वर्दी का मान सम्मान बनाए रखिए।