देहरादून में बस हादसे के बाद मचा हड़कंप, बुरी तरह से घायल हुए 15 लोग
देहरादून में एक बार फिर से बस हादसे से हड़कंप मच गया। बेलगाम सिटी बस चालक आखिर कब तक लोगों की जान से खेलते रहेंगे?
कपिल
14 Sep 2018
dehradun
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ये देहरादून शहर है, जहां सड़क पर रफ्तार और जान से खेलती सिटी बसें दौड़ती हैं। ठूंस-ठूंसकर सवारियां बिठाना, अपनी मनमाफिक रफ्तार से चलना , लोगों पर फब्तियां कसना इनका शगल है। नंबर लगातार ज्यादा चक्कर लगाने की जल्दबाज़ी में लोगों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, स्कूली बच्चे इन बसों से सफर करते हैं और पुलिस की ओर से भी कार्रवाई नहीं होने से सिटी बस चालकों के हौसले बुलंद हैं। रफ्तार का कहर कितना जानलेवा हो सकता है, ये नज़ारा एक बार फिर देहरादून में देखने को मिला। बताया जा रहा है कि देहरादून- डोईवाला मार्ग पर एक सिटी बस हादसे का शिकार हो गई। मणिमाई मंदिर जंगल के पास ये बस किसी वाहन को ओवरटेक कर रही थी और अनियंत्रित होकर पलट गई।
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इस हादसे में 15 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। 108 आपातकालीन सेवा की मदद से घायलों को डोईवाला के अस्पताल में ले जाया गया। बताया जा रहा है कि इस हादसे में 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि देहरादून की तरफ से ये सिटी बस डोईवाला की ओर आ रही थी। इसी बीच एक और सिटी बस इस बस को ओवरटेक करने लगी। इसके बाद बस अनियंत्रित हुई और पलट गई। इस हादसे में डोईवाला के दीपांशु उनियाल, सिद्धार्थ उनियाल, जौलीग्रांट की अनुष्का शर्मा, डोईवाला के निर्मल सिंह, गौरव ठाकुर, मानसी सैनी, कुंवर सिंह, पार्वती, कांता देवी हल्के तौर पर घायल हुए हैं। इन सभी को डोईवाला के ही सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हैं, उनके बारे में भी जानिए।
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इस हादसे में डोईवाला के मुकेश, भानियावाला के संतोष सिंह, नवादा के नवेद रहमान, डोईवाला के शमीम अहमद, डोईवाला की ही भावना और अठूरवाला की सुनीता की हालात गंभीर है। इन सभी को जौलीग्रांट हिमालयन अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। सिटी बस चालक सवारियां उठाने के चक्कर में सवारियों की जान से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सवाल ये है कि आखिर कब तक ये बेलगाम बसें लोगों की जान से खिलवाड़ करती रहेंगी? अगर मानक तय किए गए हैं , तो उन मानकों का पालन क्यों नहीं होता ? पुलिस को इस बारे में सोचना चाहिए। अगर वक्त रहते इन बस चालकों पर लगाम नहीं कसी गई तो आने वाला वक्त और भी खतर नाक साबित हो सकता है।