देहरादून: राजधानी देहरादून में क्षेत्रों में आवारा कुतों ने आतंक मचा रखा है, दून अस्पताल में डॉग बाइट के मामले बढ़ते जा रहे हैं। नगम निगम के अनुसार देहरादून शहर में 50 हजार से अधिक आवारा कुत्ते हैं। जानकारी के अनुसार हर तीन महीने में देहरादून में लगभग तीन हजार एंटी रेबीज वैक्सीन की डोज मंगाई जाती हैं, लेकिन ये वेक्सीन महीने के अंत तक खत्म हो जाती हैं।
Terror of stray dogs in Dehradun
देहरादून शहर के साथ-साथ डोईवाला, हरबर्टपुर, विकासनगर, मसूरी, सेलाकुई और ऋषिकेश में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। कुत्तों की सबसे अधिक समस्या डालनवाला, केवल विहार, कौलागढ़, देहराखास, अधोईवाला, करनपुर, एमडीडीए कॉलोनी, तिलक रोड, नालापानी, कारगी, बंजारावाला, पलटन बाजार, लालपुल, टर्नर रोड, सुभाष नगर, रेसकोर्स, वसंत विहार, आर्यनगर, खुड़बुड़ा और पटेलनगर में देखी जा रही है। पार्षदों का कहना है कि आवारा कुत्तों के आतंक से छुटकारा पाने के लिए नगर निगम को ठोस कदम उठाना होगा। पार्षदों ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और सभी ने इस मामले में अपनी सहमति जताई है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस और पशु क्रूरता अधिनियम में कड़े प्रावधान के चलते निगम द्वारा कोई ठोस कदम उठाना आसान नहीं है।
डेढ़ दर्जन बारातियों पर किया हमला
देहरादून की विभिन्न कॉलोनियों में शाम होते ही आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ जाता है। हाल ही में नथुवावाला गांव में आवारा कुत्तों ने डेढ़ दर्जन से अधिक बरातियों को काट लिया, बारातियों का इलाज दून अस्पताल में किया गया। टर्नर रोड पर भी आवारा कुत्तों के झुंड ने 8 वर्षीय प्रियांशी पर हमला किया, जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गई। शहर के विभिन्न मोहल्लों के निवासियों का कहना है कि चाहे तरीका कोई भी अपनाया जाए, लेकिन शहर में कुत्तों के आतंक को कम करना आवश्यक है। लेकिन नगर निगम आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। इसके अलावा सहस्त्रधारा रोड पर ट्रंचिंग ग्राउंड के निकट दुर्गा एनक्लेव में 4 साल की बच्ची पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया, जिससे बच्ची के सिर, हाथ और पैर गंभीर रूप से घायल हो गए। कुतों के हमले के कारण बच्ची के सिर में 12 टांके लगाए गए।