उत्तराखंड देहरादूनSenior journalist Manjul Singh Majila dies

उत्तराखंड: नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार मंजुल सिंह माजिला, National Games की कवरेज करते वक्त असमय निधन

38वें राष्ट्रीय खेलों की कवरेज के दौरान पत्रकार मंजुल सिंह माजिला को अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके कारण उनका निधन हो गया। उनकी असामयिक मृत्यु ने मीडिया जगत में शोक की लहर पैदा कर दी है।

Manjul Singh Majila dies: Senior journalist Manjul Singh Majila dies
Image: Senior journalist Manjul Singh Majila dies (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड से मीडिया जगत के लिए एक बेहद ही दुखद खबर है, वरिष्ठ पत्रकार और कई वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बड़ा नाम रहे मंजुल सिंह माजिला का निधन हो गया है। उत्तराखंड के वरिष्ठ और तजुर्बेकर पत्रकार मंजुल सिंह माजिला का 38वें राष्ट्रीय खेलों की कवरेज के दौरान देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में असमय निधन हो गया है।

Senior journalist Manjul Singh Majila dies

देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में 38वें राष्ट्रीय खेलों की कवरेज के दौरान मंजुल भाई को अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके कारण उनका निधन हो गया। उनकी असामयिक मृत्यु ने मीडिया जगत में शोक की लहर पैदा कर दी है। यह घटना पूरे मीडिया समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है। मित्रों, पत्रकारों और सहयोगियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे सदैव सत्य, साहस और सहयोग के प्रतीक बने रहेंगे।

सहायक और प्रेरणादायक व्यक्तित्व

उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार मंजुल माजिला भाई अपने बेबाक लेखन और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के लिए प्रसिद्ध थे। वे न केवल एक तजुर्बेकर पत्रकार थे, बल्कि अपने सहकर्मियों के लिए एक सहायक और प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी रहे। जब भी किसी पत्रकार को कभी किसी समस्या का सामना करना पड़ता, मंजुल भाई सबसे पहले सहायता के लिए आगे आते थे। अपने पूरे सेवा काल बहुत से लोगों की निस्वार्थ भाव से मंजुल भाई ने सहायता की।

भावभीनी श्रद्धांजलि 💐🙏🏻

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी सहित कई लोगों ने वरिष्ठ पत्रकार मंजुल माजिला के अचानक निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की।
दिवंगत मंजुल माजिला भाई राज्य समीक्षा से भी जुड़े रहे, हमारी टीम को कई बार जब जरूरत पड़ी, तो अपने तजुर्बे से आपने हमेशा सही राह दिखाई। मंजुल भाई आप ताउम्र याद रहोगे ! श्रद्धांजलि 🙏🏻