देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने राज्य के शिक्षक समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। उत्तराखंड में प्राथमिक स्कूलों और जूनियर हाई स्कूल के अध्यापकों के लिए एक सुखद समाचार मिल रहा है कि अब उन्हें गोल्डन कार्ड के द्वारा ओपीडी में कैशलेस उपचार की सुविधा प्राप्त होगी। इसके अंतर्गत शिक्षकों को चिकित्सा सेवाएँ बिना किसी अग्रिम भुक्तान के उपलब्ध होंगी।
Teachers will get cashless health facilities
उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के प्राथमिक स्कूलों और जूनियर हाई स्कूलों के अध्यापकों को गोल्डन कार्ड के माध्यम से ओपीडी में कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध कराए जाने की योजना बनाई जा रही है। जिसके लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर प्राथमिक स्कूलों और जूनियर हाई स्कूलों में कार्यरत 35 हजार से अधिक शिक्षकों को इसका लाभ प्राप्त होगा। इस सेवा का लाभ अधिक शिक्षकों को मिलेगा। उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की जाने वाली (गोल्डन कार्ड के माध्यम से कैशलेस इलाज) इस पहल से शिक्षकों पर उनकी मेडिकल जरूरतों के लिए आर्थिक दबाव भी कम होगा।
शिक्षा महानिदेशक झरना कामठान ने इस संबंध में विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस सेवा का लाभ अधिक से अधिक शिक्षकों को मिलेगा।
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विनोद थापा ने कहा कि गोल्डन कार्ड इलाज के लिए पैनल में कई अस्पताल हैं। लेकिन कुछ अस्पतालों में गोल्डन कार्ड सुविधा होने के बावजूद भी शिक्षकों को सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं, उल्टा गोल्डन कार्ड से इलाज के नाम पर शिक्षकों के ग्रेड वेतन से हर महीने 10 फीसदी की कटौती की जा रही है। शिक्षकों को ओपीडी के पर्चे से लेकर भर्ती होने तक इलाज का पूरा खर्च गोल्डन कार्ड के माध्यम से कैशलेस होना चाहिए।