उत्तराखंड देहरादूनDM Savin Bansal charge Agency lacs of fine for garbage

देहरादून: बदहाल सफाई व्यवस्था पर फूटा DM सविन का गुस्सा, कंपनी पर लगाया लाखों का जुर्माना

जिलाधिकारी सविन बंसल सुबह-सुबह अचानक औचक निरीक्षण पर निकले तो देहरादून में सफाई कि अव्यवस्थाओं को देख डीएम ने जुर्माना लगाया।

District Magistrate Savin Bansal: DM Savin Bansal charge Agency lacs of fine for garbage
Image: DM Savin Bansal charge Agency lacs of fine for garbage (Source: Social Media)

देहरादून: शुक्रवार को सुबह-सुबह जिलाधिकारी सविन बंसल ने कंपनियों के कार्यालयों और निकासी स्थानों का औचक निरीक्षण किया। डीएम बंसल के साथ निरिक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त वीर सिंह बुदियाल, उपनगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल और वरिष्ठ सफाई निरीक्षक राजेश बहुगुणा राजेश पवार भी उपस्थित थे।

DM Savin Bansal charge Agency lacs of fine for garbage

सुबह छह बजे से, जिलाधिकारी सविन बंसल ने देहरादून नगर निगम की सफाई व्यवस्था का आकस्मिक निरीक्षण किया। Ekan और Water Grace Corporation के कार्यालयों को पहले देखा गया था। उस समय पार्किंग में चौबीस वाहन खड़े मिले। बाद में, लगभग 7:00 बजे IT पार्क के निकट इकॉन वाटर ग्रेस कंपनी की पार्किंग की कुछ जांच की गई। परीक्षण के दौरान 18 वाहन डोर टू डोर कलेक्शन में खड़े पाए गए, जिसमें से आठ वाहन पार्किंग और वर्कशॉप में ब्रेकडाउन हो गए। 24 वाहन को पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार शाम 7 बजे वार्डों में उपस्थित होना था, लेकिन वे शाम 7 बजे तक पार्किंग स्थल पर खड़े पाए गए। नतीजतन, जिलाधिकारी ने इकान और वाटर ग्रेस का औचक निरीक्षण किया, साथ ही कारगी ट्रांसफर सेंटर भी देखा।
डीएम बंसल ने कंपनियों से निर्धारित समय पर कूड़ा उठाने के लिए वाहन बाहर नहीं निकालने पर जुर्माना लगाने का आदेश दिया। वाहनों की गति की जांच करने वाले कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाने, खराब वाहनों को ठीक करने और संबंधित कंपनियों की आरसी काटने के आदेश दिए। डीएम ने घंटाघर से कारगी चौक, शस्त्रधारा रोड, भगत सिंह कॉलोनी, माता मंदिर रोड और सर्वे चौक का निरीक्षण किया और कूड़ा उठान प्रणाली की जांच की।
जिलाधिकारी ने कारगी ट्रांसफर सेंटर का आकस्मिक अवलोकन किया। औचक निरीक्षण दौरान कंपनियों का अत्यधिक कूड़ा एकत्रित होने साफ सफाई ठीक न रखने तथा कूड़े की गाड़ियां निर्धारित मानकों के विपरीत कूड़ा ट्रांसफर करने मुख्य मार्ग की तरफ व्यू कटर न लगाने पर तीनों कंपनियों के विरुद्ध 75000 का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए। इस प्रकार कंपनियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए कुल 1 लाख 80 हजार रूपए का जुर्माना लगाया गया। जो कंपनीयों के मासिक भुगतान से कटेगा।