उत्तराखंड हरिद्वारForigner couple gets married in Haridwar

Uttarakhand: हरिद्वार में विवाह करने हजारों किलोमीटर दूर से आया विदेशी जोड़ा, देखते रह गए लोग

रूस देश के दो जोड़ों ने हरिद्वार के एक आश्रम में भारतीय विधि-विधान, रश्मों और भारतीय परिधान के साथ शादी की।

Wedding in Haridwar: Forigner couple gets married in Haridwar
Image: Forigner couple gets married in Haridwar (Source: Social Media)

हरिद्वार: एक तरफ जहां भारतीय लोग अपनी संस्कृति को छोड़कर वेस्टर्न कल्चर की ओर भाग रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कई विदेशों लोग हैं जो हिन्दू संस्कृति और परिधान को अपना रहे हैं। हर साल सैकड़ों विदेशी लोग भारत के अलग-अलग स्थानों पर डेस्टिनेशन वेडिंग करने के लिए आते हैं। इसी तरह से रूस देश के दो जोड़ों ने हरिद्वार के एक आश्रम में भारतीय विधि-विधान, रश्मों और भारतीय परिधान के साथ शादी की है। सोशल मीडिया पर भी इनकी शादी के फोटो और वीडियो की लोग जमकर प्रशंशा कर रहे हैं।

Forigner couple gets married in Haridwar

रूस के इन जोड़ों ने हरिद्वार के भूपतवाला स्थित अखंड परमधाम आश्रम में भारतीय रीती-रिवाज के साथ सात फेरे लेकर शादी की। अखंड परमधाम आश्रम में दूल्हा-दुल्हन के साथ आये अन्य लोगों ने भारतीय धुनों पर जमकर नाच गान किया। शादी में मौजूद सभी विदेशी बाराती काफी उत्साहित नजर आ रहे थे।

  • ट्रांसलेटर की सहायता से समझाया मंत्रों का अर्थ

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    हरिद्वार के अखंड परमधाम आश्रम में शादी के लिए दो मंडप सजाए गए। जहां पर दो विदेशी जोड़े वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 7 फेरे लेकर विवाह के पावन बंधन में बंध गए। दोनों विदेशी जोड़ों ने भारतीय विवाह के पारंपरिक परिधानों को पहना था। शादी के दौरान दूल्हा-दुल्हन को मंत्रों का उच्चारण समझाने के लिए उनके ग्रुप की ट्रांसलेटर ने मंत्रों का उच्चारण समझने में दोनों जोड़ों की मदद की। इस तरीके से रूस से आए इन दो जोड़ों की शादी धूमधाम से हिन्दू विधि-विधान के साथ सम्पन्न हुई।

  • संत परमानंद के शिष्य हैं दोनों जोड़े

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    शादी में मौजूद लोगों से जानकारी मिली ये विदेशी बाराती और दूल्हा-दुल्हन योग और आध्यात्म के जाने-माने संत स्वामी परमानंद गिरि के शिष्य हैं। और ये लोग इन दिनों भारत की यात्रा पर पहुंचे हुए हैं। उनका कहना है कि वे लोग भारत की संस्कृति और विवाह संस्कार से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने भी हिंदू रीति रिवाज और विधि-विधान से देवभूमि की पावन नगरी हरिद्वार में शादी कर ली।