उत्तराखंड देहरादून10 Thousand Youth of Uttarakhand Learn Digital Marketing and Drone Technology

उत्तराखंड के युवाओं को ITDA सिखाएगा ड्रोन टेक्नोलॉजी और साइबर सिक्योरिटी, CM धामी ने दिए आदेश

पर्वतीय जिलों में रहने वाले युवाओं के लिए खुशखबरी है राज्य सरकार ने उनके भविष्य की चिंता करते हुए एक नई सौगात पेश की है, आइए जानते हैं पूरी खबर…

Digital Marketing and Drone Technology: 10 Thousand Youth of Uttarakhand Learn Digital Marketing and Drone Technology
Image: 10 Thousand Youth of Uttarakhand Learn Digital Marketing and Drone Technology (Source: Social Media)

देहरादून: अब पर्वतीय जिलों के कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र ड्रोन टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल मार्केटिंग जैसे विषयों में शिक्षा प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आईटीडीए इस योजना को लागू करने में जुट गया है। 10,000 युवाओं को आईटी की विभिन्न शाखाओं में दक्ष बनाया जाएगा।

10 Thousand Youth of Uttarakhand Learn Digital Marketing & Drone Technology

पलायन की मार झेल रहे पहाड़ के युवाओं के लिए इस बार राज्य सरकार कुछ नई स्कीम लेकर आई है। जिससे उन्हें अपना भविष्य को बेहतर बनाने का मौका मिलेगा। मैदानी क्षेत्रों में युवाओं के लिए बहुत से संस्थान हैं जहाँ वे नए-नए कोर्स कर सकते हैं, लेकिन पर्वतीय जिलों में ऐसे संस्थानों की कमी है। इसी कमी को दूर करने के लिए सरकार ने पर्वतीय जिलों के कॉलेज के छात्रों के लिए यह योजना शुरू की है। आईटी विभाग के अधिकारियों के अनुसार ITDA के कैल्क कंप्यूटर केंद्र पूरे प्रदेश में मौजूद हैं। इन केंद्रों और सरकारी डिग्री कॉलेजों के जरिए शॉर्ट टर्म कोर्स करवाए जाएंगे। इसके लिए जल्दी ही उच्च शिक्षा विभाग के साथ एक एमओयू किया जाएगा। खास बात यह है कि छात्रों को ये कोर्स करने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

स्वयं सहायता समूह की बेटियों को भी मिलेगा लाभ

छात्र को कॉलेज में आईटी विशेषज्ञ ये कोर्स कराएंगे। हर कोर्स की अवधि 150 से 400 घंटे के बीच होगी। छात्रों को कोर्स में न सिर्फ थ्योरी बल्कि प्रैक्टिकल जानकारी भी दी जाएगी। जैसे यदि कोई ड्रोन तकनीक का कोर्स करता है, तो उसे ड्रोन का उपयोग करके भी सिखाया जाएगा, इसके अलावा आईटी विभाग ने योजना बनाई है कि ये कोर्स स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में काम करने वाली बेटियों को भी उपलब्ध कराया जाएगा। इससे जहां एक तरफ उनके एसएचजी ग्रुप की कार्यक्षमता में सुधार होगा, वहीं दूसरी तरफ वे डिजिटल मार्केटिंग जैसे कौशल सीखकर अपने काम को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकेंगी।