उत्तराखंड हल्द्वानीTeenager Ran Away From Indore To Meet Saurav Joshi

Uttarakhand: Sourav Joshi से मिलने इंदौर से भागकर हल्द्वानी पहुंचा 13 वर्षीय फैन, दुकान पर काम करके जोड़े पैसे

सोशल मीडिया की दुनिया बच्चों को कुछ अलग ही दिशा में लेते जा रही है, अपने माता-पिता की न सुनकर बच्चे अपने आइडल को सब कुछ मानकर भ्रमित हो रहे हैं। जो समय बच्चों को पढाई में समर्पित करना चाहिए बच्चे उसे जाया कर रहे हैं, जो उनके भविष्य के लिए सही नहीं है

Youtuber Sourav Joshi: Teenager Ran Away From Indore To Meet Saurav Joshi
Image: Teenager Ran Away From Indore To Meet Saurav Joshi (Source: Social Media)

हल्द्वानी: यूट्यूबेर सौरव जोशी को मिलने इंदौर से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाला छात्र घर से भागकर हल्द्वानी पहुँच गया। इतना ही नहीं उसने किराया जोड़ने के लिए किराने की दुकान में तक काम किया और जब पेंसे इकठ्ठा हो गए तो भागकर वह सीधे यूट्यूबर के घर पहुंचा।

Teenager Ran Away From Indore To Meet Saurav Joshi

मिली जानकारी के अनुसार यूट्यूबर सौरव जोशी को मिलने के लिए एक फैन इंदौर (एमपी) से भागकर हल्द्वानी पंहुचा गया। यूट्यूबर से मिलने के बाद उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी फिर पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल करके बच्चे के परिजनों को सूचना दी है। पुलिस के अनुसार किशोर 13 साल का है और आठवीं में पढ़ता है। पुलिस और बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने जब किशोर के परिजनों से बात की तो वे हैरान रह गए। पूछताछ में पता चला कि किशोर की मां इंदौर में राइस मिल में काम करती हैं, जबकि उसका बड़ा भाई इंदौर सिटी बस में कंडक्टर की नौकरी करता है।

एक हजार किलोमीटर तय करके पहुंचा हल्द्वानी

बच्चा बहुत दिनों से यूट्यूब पर सौरव जोशी को देख रहा था और इस से प्रेरित होकर उसने मिलने की योजना बनाई। उसने किराया जोड़ने के लिए किराने की दुकान में कुछ दिन काम किया और फिर उसके बाद ट्रैन पकड़कर पहले दिल्ली पहुंचा और यहाँ से बस में सीधे हल्द्वानी पहुँच गया। हैरान करने वाली बात है कि 1000 किलोमीटर की यात्रा करके वह अपने मनपसंद यूट्यूबेर से मिलने उसके घर तक पहुँच गया। परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई और आज वो बच्चे को ले जायेंगे। अभिभावकों को बच्चे इंटरनेट पर क्या कर रहे हैं इसपर भी ध्यान देना चाहिए क्यूंकि कभी-कभी वो सोशल मीडिया के जाल में फंसकर कोई गलत कदम उठा लेते हैं इसलिए सतर्कता से बच्चों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें इसके बारे में भी जागरूक करने की ज़रूरत है।