उत्तराखंड नैनीतालHarshit Kesarwani Got 24th Position in Uttarakhand Board

उत्तराखंड बोर्ड: पिता चलाते हैं परचून की दुकान, बेटे ने पाया मेरिट लिस्ट में 24वां स्थान

बीते दिनों उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट आया है जिसमें प्रदेश के कई प्रतिभाशाली बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन कर अपने जिले और माता-पिता संग गुरुजनों का नाम भी रोशन किया है।

Uttarakhand Board Result 2024 : Harshit Kesarwani Got 24th Position in Uttarakhand Board
Image: Harshit Kesarwani Got 24th Position in Uttarakhand Board (Source: Social Media)

नैनीताल: हर्षित केसरवानी ने दसवीं की बोर्ड परीक्षा में 97.4 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण कर मेरिट सूची में अपना नाम दर्ज करवाया है। इन्होने 500 में से 487 अंक प्राप्त किए हैं।

Harshit Kesarwani Got 24th Position in Uttarakhand Board

राज्य के कई होनहार छात्रों ने इस बार मेरिट में जगह बनाई है, इनमें कई ऐसे छात्र हैं जिन्होंने विषम परिस्थितियां होने के बावजूद भी कड़ी मेहनत से बड़ी उपलब्धि हांसिल की है और अपने माता-पिता एवं गुरूजनों का नाम गर्व से ऊँचा किया है। नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील क्षेत्र के रहने वाले हर्षित केसरवानी ने दसवीं की बोर्ड परीक्षा में 97.4 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण कर मेरिट सूची में अपना नाम दर्ज करवाया है।

पिता चलाते हैं परचून की दूकान

हर्षित शिशु भारती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गौजाजाली के छात्र हैं। ये 500 में से 487 अंक प्राप्त कर 97.4 प्रतिशत के साथ प्रदेश में 24वां स्थान पर काबिज हैं। उन्होंने बताया कि वे भविष्य में इंजीनियर बनना चाहते हैं। इनके पिता राजकुमार केसरवानी धान मिल रोड स्थित अलकनंदा कॉलोनी में परचून की दुकान चलाते हैं और माता सुषमा देवी गृहणी हैं। इन्होने बताया कि स्कूल की पढ़ाई के अलावा वह दो से तीन घंटे तक नियमित रूप से घर पर अध्ययन करते थे और इनकी बड़ी बहन पूजा बीएड कर रही हैं जो उन्हें पढ़ाई में मदद करती हैं।

खाली समय में करते हैं एडिटिंग

हर्षित ने बताया कि उनका शौक विज्ञान से जुड़ी नई चीजों को जानना और शोध कार्यों के प्रति है और वे आनलाइन कोर्स के माध्यम से जेईई की तैयारी कर रहे हैं। उनके माता-पिता ने उन्हें कभी नंबरों को लेकर उस पर कोई दबाव नहीं बनाया और हर्षित का फोकस हमेशा सेल्फ स्टडी पर ही रहा है। खाली समय में हर्षित एडिटिंग व ग्राफिक डिजाइन तैयार करते हैं और इंस्टाग्राम व स्नैपचैट पर एकाउंट है लेकिन वे हफ्ते में एक-दो बार ही उसे चेक करते हैं। उन्होंने छात्रों को सन्देश देते हुए कहा कि सपने उसी के पूरे होते हैं जो निष्ठा और लगन से पढ़ाई करता है।